प्रदूषण मनुष्य के जीवन का खतरा बनता जा रहा है। लेकिन कोपेनहेगन यूनिवर्सिटी की एक ये स्टडी डेनमार्क के मुताबिक महिलाओं को प्रदुषण से ज़्यादा खतरा साबित हो रहा है। यह शोध 15 से 20 साल तक की उम्र की 20 हजार से ज़्यादा र्नर्सों पर की गई है। जिसमें पाया गया कि 2.5 डीजल-पेट्रोल से निकलने वाले प्रदूषित कण में 5.1 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर बढ़ोतरी के कारण महिलाओं के दिल का दौरे पड़ने का खतरा 17% तक बढ़ गया है। इस शोध के मुताबिक किसी प्रदूषित शहर में तीन साल रहने पर महिलाओं को हार्ट फेलियर का जोखिम 43% तक बढ़ जाता है।