संसद में किसान बिल पारित होने के बाद से ही किसानों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया था। सरकार ने लिखित में न्यूनतम समर्थन मूल्य और मंडी व्यवस्था बनी रहने को आश्वाशन दिया था। किसानों की सीधी मांग थी कि सरकार इन कानूनों को वापस कर ले।आंदोलन रुका नहीं,किसानों ने हिम्मत नहीं हारी और आज सुबह 9 बजे मन की बात में प्रधानमंत्री मोदी ने देश को सम्बोधित करते हुए किसानों को गुरुनानक दिवस पर भेंट स्वरुप तीनों किसान बिल को वापस लेने का एलान किया है।