गुरुग्राम स्थित हॉस्पिटैलिटी फर्म ओयो होटल एंड होम्स Oyo Hotel & Homes ने 30 सितंबर को समाप्त तिमाही के लिए 158 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, इसके फाउंडर और सीईओ रितेश अग्रवाल ने कहा यह पिछले साल की समान अवधि में दर्ज 50 करोड़ के लॉस की तुलना में है।
फाउंडर और सीईओ रितेश अग्रवाल Founder and CEO Ritesh Agarwal ने कहा कि टैक्स के बाद फर्म के प्रॉफिट में सुधार ओयो के प्रीमियमाइजेशन फोकस के कारण हुआ है, जिसमें टाउनहाउस बैनर के तहत कंपनी द्वारा सेवा प्रदान किए जाने वाले होटल और अन्य होटल ब्रांड लॉन्च किए गए हैं।
इस फाइनेंसियल ईयर की पहली तिमाही में भी ओयो ने 132 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था, जिससे FY24 के पहले छह महीनों में कंपनी का कुल प्रॉफिट 291 करोड़ हो गया। इसकी तुलना में पिछले साल इसी अवधि में ओयो ने 91 करोड़ का नेट लॉस दर्ज किया था।
ये अनऑडिटेड नंबर हैं। कंपनी ने अभी तक रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के साथ FY24 के लिए ऑडिटेड फाइनेंसियल विवरण दाखिल नहीं किया है।
सॉफ्टबैंक समर्थित फर्म ने सितंबर तिमाही के दौरान 3,243 करोड़ का ग्रॉस बुकिंग वैल्यू दर्ज किया, जो पिछले साल की समान अवधि से 17% अधिक है। इसने तीन महीनों के लिए 1,578 करोड़ का रेवेनुए दर्ज किया।
रितेश अग्रवाल ने कहा कि FY26 में ओयो का एबिटा 2,000 करोड़ को पार कर जाने की उम्मीद है।
इस साल की शुरुआत में कंपनी ने डोमेस्टिक फैमिली ऑफिस, कॉर्पोरेट एग्जीक्यूटिव और प्रमुख शेयर मार्केट इन्वेस्टर्स से 1,457 करोड़ या लगभग 175 मिलियन डॉलर की नई कैपिटल जुटाई थी।
इस दौर का निवेश लगभग 2.5 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन पर हुआ, जो 2021 में इसके 9 बिलियन डॉलर के उच्चतम वैल्यूएशन से 72% कम है, जो इस डील को एक महत्वपूर्ण डाउन राउंड के रूप में चिह्नित करता है।
इस दौर का नेतृत्व रितेश अग्रवाल द्वारा शुरू की गई एक यूनिट ने किया, जिसने कंपनी में 830 करोड़ डाले। शेष कैपिटल मैनकाइंड फार्मा के प्रमोटरों - रमेश और राजीव जुनेजा, एएसके फाइनेंशियल होल्डिंग्स और जेएंडए पार्टनर्स के फैमिली ऑफिस द्वारा निवेश की गई।
सितंबर में ओयो ने ब्लैकस्टोन से 525 मिलियन डॉलर में ऑल-कैश डील में G6 हॉस्पिटैलिटी, एक यूएस-बेस्ड इकोनॉमी लॉजिंग फ्रैंचाइज़र और आइकोनिक मोटेल 6 और स्टूडियो 6 ब्रांडों की मूल कंपनी का अधिग्रहण करने की घोषणा की। इस अधिग्रहण से ग्लोबल इकोनॉमी लॉजिंग मार्केट में ओयो की पैठ मजबूत हुई है।
FY24 में कंपनी ने 229.5 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था, जबकि फाइनेंसियल ईयर में कंपनी को 1,286.5 करोड़ का नेट लॉस हुआ था। कंपनी ने कैश प्रवाह को बेहतर बनाने के लिए खर्चों पर लगाम लगाई थी। एडजस्टेड बेस पर एबिटा FY24 में 215% बढ़कर लगभग 877 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो FY23 में लगभग 277 करोड़ रुपये था।