सैन फ्रांसिस्को स्थित एआई कंपनी OpenAI भारत में एक बड़े पैमाने पर डेटा सेंटर बनाने की योजना बना रही है। यह कदम OpenAI की कृत्रिम बुद्धिमत्ता सेवाओं के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है। भारत ChatGPT का यूज़र बेस दुनिया में अमेरिका के बाद दूसरा सबसे बड़ा है, और यह OpenAI के तेजी से बढ़ते बाजार में अपने AI ऑपरेशंस को स्केल करने के प्रयास में एक महत्वपूर्ण कदम है।
OpenAI ने पहले ही इस साल दिल्ली में अपना पहला कार्यालय खोलने की योजना की घोषणा की थी। यह भारत में कंपनी की एंटिटी को औपचारिक रूप से स्थापित करेगा और स्थानीय टीम के लिए भर्ती शुरू करेगा।
भारत में डेटा सेंटर बनाने से OpenAI को इंडस्ट्रियल-स्केल AI सेवाएं स्थानीय रूप से प्रदान करने में मदद मिलेगी। इससे क्रॉस-बॉर्डर डेटा ट्रांसफर और लेटेंसी की समस्याओं को कम किया जा सकेगा और घरेलू नियमों का पालन सुनिश्चित होगा।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, OpenAI भारतीय डेटा सेंटर प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने के लिए स्थानीय साझेदारों की तलाश कर रहा है। साइट लोकेशन और समयसीमा की जानकारी अभी सार्वजनिक नहीं है, लेकिन अनुमानित क्षमता कम से कम 1-गिगावाट होगी, जो इसे भारत के सबसे बड़े डेटा सेंटरों में से एक बना सकती है।
OpenAI ने पहले Stargate प्रोजेक्ट के माध्यम से वैश्विक स्तर पर इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश किया है, जिसमें अमेरिका में 4.5 गिगावाट क्षमता वाले डेटा सेंटर बनाए गए हैं। SoftBank Group और Oracle के साथ साझेदारी ने इस निवेश में मदद की है।
OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन Sam Altman, CEO of OpenAI ने पहले ही आने वाले वर्षों में AI इन्फ्रास्ट्रक्चर में ट्रिलियंस डॉलर निवेश करने की महत्वाकांक्षा जताई है। भारत में विस्तार करने से कंपनी ChatGPT सेवाओं को प्रभावी ढंग से स्केल कर सकेगी और भारतीय यूज़र्स व व्यवसायों के लिए उच्च प्रदर्शन सुनिश्चित कर सकेगी।
जनरेटिव AI (GenAI) एप्लिकेशन्स को उच्च कंप्यूटिंग पॉवर और कम लेटेंसी डेटा प्रोसेसिंग की जरूरत होती है। भारत में संचालन स्थानीयकृत करने से IT, हेल्थकेयर, फिनटेक और एजुकेशन जैसे उद्योगों में बढ़ती AI मांग को पूरा किया जा सकेगा।
भारत में डिजिटलाइजेशन, क्लाउड अपनाने और AI के प्रसार से डेटा सेंटर उद्योग तेजी से बढ़ा है। CRISIL की रिपोर्ट (दिसंबर 2024) के अनुसार, भारत की कुल डेटा सेंटर क्षमता 2026-27 तक 2–2.3 GW तक दोगुनी होने की संभावना है।
गूगल जैसे वैश्विक टेक कंपनियां भी भारत में विस्तार कर रही हैं। उदाहरण के लिए, जुलाई 2025 में गूगल ने आंध्र प्रदेश में 1-गिगावाट क्षमता वाला डेटा सेंटर बनाने के लिए $6 बिलियन निवेश की घोषणा की। ये कदम भारत को AI और क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए एक प्रमुख हब के रूप में उभारते हैं।
प्रस्तावित भारतीय डेटा सेंटर कई फायदे देगा:
स्थानीय AI सेवा वितरण: भारतीय व्यवसायों और उपयोगकर्ताओं के लिए लेटेंसी कम और अनुभव बेहतर होगा।
नियमों का पालन: डेटा संप्रभुता सुनिश्चित होगी और घरेलू नीतियों के अनुरूप संचालन होगा।
GenAI विकास का समर्थन: AI एप्लिकेशन्स के लिए बढ़ती कंप्यूटिंग मांग को पूरा करेगा।
यह कदम OpenAI की वैश्विक विस्तार प्रतिबद्धता और भारत में डिजिटल परिवर्तन व AI अपनाने के समर्थन को दर्शाता है।
OpenAI का भारत में विशाल डेटा सेंटर बनाने का प्लान वैश्विक AI इकोसिस्टम में देश के बढ़ते महत्व को उजागर करता है। ChatGPT के मजबूत यूज़र बेस और AI-पावर्ड समाधानों की बढ़ती मांग के साथ, भारत AI इन्फ्रास्ट्रक्चर निवेश का प्रमुख हब बनने के लिए तैयार है। स्थानीय डेटा सेंटर संचालन के माध्यम से OpenAI इंडस्ट्रियल-स्केल AI सेवाएं प्रदान कर सकेगी, प्रदर्शन को बेहतर बनाएगी और भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था में योगदान देगी।