वनप्लस ने ऑप्टिमस इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ साझेदारी की

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19 Jun 2025
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News Synopsis

स्मार्टफोन मेकर OnePlus ने कहा कि उसने भारत में अपने प्रीमियम इंटरनेट ऑफ थिंग्स डिवाइस का लोकल मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने के लिए Optiemus Electronics के साथ साझेदारी की है, जिससे स्मार्टफोन से परे अपने डोमेस्टिक प्रोडक्शन का विस्तार होगा।

ऑप्टिमस के साथ समझौते के तहत नोएडा में कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर की फैसिलिटी में प्रोडक्शन शुरू हो गया है, जिसकी शुरुआत वनप्लस बुलेट्स वायरलेस Z3 नेकबैंड से हुई है।

इस पहल के तहत शामिल किए गए प्रमुख IoT प्रोडक्ट्स में ट्रू वायरलेस स्टीरियो ईयरबड्स और नेकबैंड जैसे वायरलेस ऑडियो डिवाइस शामिल हैं, ऐसे सेगमेंट जिनमें इंडियन कंस्यूमर्स की मांग बनी हुई है, जो मिड-टू-प्रीमियम-रेंज की पेशकश की तलाश में हैं।

यह साझेदारी भारत के मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम में वनप्लस की मौजूदा उपस्थिति पर आधारित है, जहाँ यह पहले से ही लोकल स्तर पर अपने स्मार्टफोन की रेंज को असेंबल करता है। स्मार्टफोन मेकर ने कहा कि इसे अपने IoT पोर्टफोलियो में विस्तारित करने का निर्णय बिल-ऑफ-मटेरियल लेवल के लोकलाइजेशन को बढ़ाने, लागत को कम करने और सप्लाई चेन रेसिलिएंस को मजबूत करने की दिशा में एक स्ट्रेटेजिक कदम है।

वनप्लस के चीफ एग्जीक्यूटिव रॉबिन लियू Robin Liu ने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग के लिए कंपनी का दृष्टिकोण लागत अनुकूलन से परे है। उन्होंने कहा "लोकल स्तर पर IoT प्रोडक्ट्स मैन्युफैक्चरर के लिए OEL के साथ हमारी साझेदारी प्रोजेक्ट स्टारलाइट के प्रति हमारी मजबूत कमिटमेंट को दर्शाती है।" "यह लोकल कम्युनिटीज को सशक्त बनाने और हमारे इंडिया कम्युनिटी को अधिक स्मार्ट, अधिक कनेक्टेड अनुभव प्रदान करने के बारे में है।"

वनप्लस की प्रोजेक्ट स्टारलाइट पहल की घोषणा दिसंबर 2024 में की गई थी, और इसका उद्देश्य भारत में अपनी वैल्यू चेन में लोकलाइजेशन को गहरा करना है।

वनप्लस ने प्रोजेक्ट स्टारलाइट के तहत भारत में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए अगले तीन वर्षों में 6,000 करोड़ रुपये (सालाना 2,000 करोड़ रुपये) के निवेश की घोषणा की है। इस तीन-चरणीय पहल का उद्देश्य ड्यूरेबिलिटी, सर्विस एक्सीलेंस और लोकल इनोवेशन पर ध्यान केंद्रित करके इंडियन कंस्यूमर्स की यूनिक जरूरतों को पूरा करना है। यह निवेश वनप्लस द्वारा 2019 में हैदराबाद आरएंडडी सेंटर के लिए पहले किए गए 1,000 करोड़ रुपये के आवंटन पर आधारित है।

ऑप्टिमस ग्रुप के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन अशोक गुप्ता Ashok Gupta ने कहा "यह साझेदारी हमें हाई-क्वालिटी IoT प्रोडक्ट्स का मैन्युफैक्चरर करने में सक्षम बनाती है।" उन्होंने कहा "हम साथ मिलकर नई सीमाओं का पता लगाएंगे और भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग के भविष्य को आकार देंगे।" उन्होंने कहा कि यह सहयोग भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में OEL की महत्वाकांक्षाओं को दर्शाता है।

नोएडा में दो इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग यूनिट चलाने वाली OEL एक समर्पित मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर के रूप में काम करेगी। कंपनी सप्लाई चेन मैनेजमेंट और रीफर्बिश्मन्ट सहित एंड-टू-एंड इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्शन में अनुभव लाती है, और अपने कस्टमर्स में इंडियन और ग्लोबल दोनों ब्रांडों को शामिल करती है।

इस सहयोग से लोकल वैल्यू एडिशन को बढ़ाकर इलेक्ट्रॉनिक्स आत्मनिर्भरता के आसपास के सरकारी लक्ष्यों का समर्थन करने की भी उम्मीद है। हालांकि निवेश या प्रोडक्शन की मात्रा का विवरण नहीं बताया गया है, लेकिन यह कदम ग्लोबल टेक फर्मों द्वारा अपनी सप्लाई चेन को भारत में स्थानांतरित करने की ब्रॉडर ट्रेंड को पुष्ट करता है।

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