मोबिलिटी स्टार्टअप ओला कैब्स के फाउंडर और सीईओ भाविश अग्रवाल Ola Cab Founder and CEO Bhavish Aggarwal ने कहा कि राइड-हाइलिंग स्टार्टअप पूरी तरह से गूगल मैप्स से बाहर निकल गया है, और अपने इन-हाउस नेविगेशन प्लेटफॉर्म ओला मैप्स पर चला गया है।
इस कदम से ओला कैब्स को गूगल को चार्ज पेअब्ल में सालाना 100 करोड़ की बचत होगी।
भाविश अग्रवाल ने कहा "पिछले महीने Azure से बाहर निकलने के बाद अब हम पूरी तरह से Google मैप्स से बाहर निकल चुके हैं। हम सालाना 100 करोड़ खर्च करते थे, लेकिन हमने इस महीने पूरी तरह से अपने इन-हाउस ओला मैप्स पर जाकर उसे 0 कर दिया है।"
ओला मैप्स जल्द ही स्ट्रीट व्यू, एनईआरएफ (न्यूरल रेडिएशन फील्ड्स), इनडोर इमेज, 3डी मैप्स, ड्रोन मैप्स आदि जैसी और भी फीचर्स जोड़ेगा।
ओला मैप्स के लिए एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (एपीआई) इसके सहयोगी एआई क्लाउड प्लेटफॉर्म क्रुट्रिम पर भी उपलब्ध होगा।
इन-हाउस नेविगेशन प्लेटफॉर्म पर स्थानांतरित होने का कदम ओला इलेक्ट्रिक द्वारा इस वर्ष जनवरी में ओला मैप्स को व्यावसायिक रूप से लॉन्च करने के छह महीने बाद उठाया गया है, जिसमें अपने इलेक्ट्रिक टू व्हीलर के लिए मूव ओएस 4 सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म को भी लॉन्च किया गया था।
कंपनी का इन-हाउस नेविगेशन प्लेटफ़ॉर्म पिछले एक साल से ज़्यादा समय से बन रहा है। पिछले साल मोबिलिटी स्टार्टअप ने कहा कि वह अपने व्हीकल्स और ऐप के लिए एक समर्पित मैप सिस्टम विकसित कर रहा है। अब ऐसा लग रहा है, कि ओला कैब्स ने भी ओला मैप्स के साथ तालमेल बिठा लिया है, और इसे अपने राइड-हेलिंग ऐप पर इस्तेमाल के लिए तैनात कर दिया है।
ओला मैप्स में बदलाव भाविश अग्रवाल द्वारा सार्वजनिक रूप से यह कहे जाने के दो महीने बाद हुआ है, कि मोबिलिटी प्लेटफॉर्म अपना आईटी कार्यभार माइक्रोसॉफ्ट के एज़्योर से क्रुट्रिम के क्लाउड पर ले जाएगा।
इन-हाउस प्लैटफ़ॉर्म पर जाने से ओला को घाटे को कम करने और ओला मैप्स को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। ओला की पैरेंट कंपनी ANI टेक्नोलॉजीज ने वर्ष 2022-23 (FY23) में INR 772.2 करोड़ का समेकित शुद्ध घाटा दर्ज किया, जो पिछले वर्ष में INR 1,522.3 करोड़ से लगभग आधा कम है। इस बीच परिचालन राजस्व साल-दर-साल (YoY) 42% बढ़कर INR 2,799.3 करोड़ हो गया।
यह विकास मोबिलिटी प्लेटफ़ॉर्म द्वारा ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स के साथ अपनी साझेदारी के बल पर अपने ईकॉमर्स खेल को आगे बढ़ाने के बाद हुआ है। पिछले महीने स्टार्टअप ने कहा कि वह नेटवर्क के माध्यम से अपनी किराने की डिलीवरी शुरू करने की योजना बना रहा है।
इस बीच इसकी सहयोगी कंपनी और ईवी दिग्गज ओला इलेक्ट्रिक आईपीओ के लिए कमर कस रही है। जून में इसे सार्वजनिक लिस्टिंग के लिए Securities and Exchange Board of India की मंजूरी मिली, जिसमें 5,500 करोड़ के नए शेयर जारी किए जाएंगे और 9.51 करोड़ शेयरों की सेल के लिए प्रस्ताव कॉम्पोनेन्ट शामिल होगा।