शुक्रवार को रिकॉर्ड-ब्रेकिंग स्टॉक रैली के बाद एनवीडिया दुनिया की सबसे वैल्युएबल कंपनी के रूप में एप्पल को पीछे छोड़ दिया, जो अपने नए सुपरकंप्यूटिंग एआई चिप की बेशुमार मांग के कारण हुआ। लंदन स्टॉक एक्सचेंज ग्रुप के आंकड़ों के आधार पर एनवीडिया का शेयर मार्केट वैल्यू 3.53 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया, जबकि एप्पल का 3.52 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर था।
एनवीडिया के शेयरों ने एक्सचेंजों पर 144.13 अमेरिकी डॉलर प्रति शेयर के दिन के हाई लेवल को छुआ, जबकि एप्पल के शेयर ने एक्सचेंजों पर 233.22 अमेरिकी डॉलर प्रति शेयर के दिन के हाई लेवल को छुआ। एनवीडिया और एप्पल दोनों के शेयर क्रमशः 141.54 अमेरिकी डॉलर प्रति शेयर और 231.41 अमेरिकी डॉलर प्रति शेयर पर बंद हुए।
जून में एनवीडिया ने दुनिया की सबसे वैल्युएबल कंपनियों के रूप में एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट को पीछे छोड़ दिया। कई महीनों से तीनों टेक कंपनियों का मार्केट कैप एक दूसरे के करीब रहा है। माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट वैल्यू लगभग 3.2 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर था।
चैटजीपीटी के पीछे की कंपनी ओपनएआई द्वारा 6.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर के फंडिंग राउंड की घोषणा के बाद से अक्टूबर में अब तक एनवीडिया के शेयर में लगभग 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। एनवीडिया के चिप का उपयोग ओपनएआई के जीपीटी-4 जैसे 'फाउंडेशन मॉडल' को ट्रेन करने के लिए किया जाता है।
दुनिया की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट चिपमेकर कंपनी TSMC ने पिछले सप्ताह तिमाही लाभ में 54 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जिसके बाद मंगलवार को Nvidia के शेयर रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए।
Nvidia, Apple और Microsoft के पास S&P 500 इंडेक्स का लगभग पांचवां हिस्सा है, इसलिए उनके शेयरों का अत्यधिक वैल्युएबल टेक्नोलॉजी सेक्टर के साथ-साथ बड़े अमेरिकी शेयर मार्केट पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।
पिछले सप्ताह बेंचमार्क एसएंडपी 500 ने आल-टाइम हाई लेवल को छुआ, इसकी वजह एआई में बढ़ती दिलचस्पी, उम्मीद है, कि यू.एस. फेडरल रिजर्व इंटरेस्ट रेट्स में उल्लेखनीय कमी करेगा, और हाल ही में एअर्निंग्स सीजन की पॉजिटिव शुरुआत।
चूंकि कंपनी ने जनरेटिव एआई बूम के कारण कई धमाकेदार पूर्वानुमान जारी किए हैं, इसलिए इस साल अब तक स्टॉक में लगभग 190 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।