भारत विदेशी कंपनियों के निवेश के लिए एक बड़ा बाज़ार है। भारत में निवेश करना विदेशी कंपनियों को एक सही फैसला लग रहा है क्योंकि भारत में उनके उत्पादनों की बिक्री अधिक है। अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, सिंगापुर, भारत में सबसे अधिक निवेश करने वाले देश हैं। सबसे अधिक कंपनियां इन्हीं देशों से हिंदुस्तान में व्यवसाय के परिपेक्ष से आती हैं। डेलॉय की सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार महामारी जैसे संकट के बावजूद भी देश में करीब 81.72 अरब डॉलर का विदेशी निवेश हुआ है जो अन्य बड़े बाज़ार की श्रेणी में आने वाले देश से अधिक है। देश में इतने विदेशी निवेश का मुख्य कारण यह भी है कि भारत एक प्रगतिशील देश की श्रेणी में है, जिसके बाज़ार को निरंतरता के साथ वृद्धि करने की ज्यादा सम्भावना है। यदि विदेशी निवेश देश में अधिक होते हैं तो भारत के आर्थिक सुधार की दर और तेजी से बढ़ेगी तथा लोगों को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर मिलेंगे। सम्भावना है भारत जल्द ही अपने निर्धारित लक्ष्य के करीब की अर्थव्यवस्था बन जायेगा।