पिछले रात बंगाल की खाड़ी में बने गहरे अवदाब का अवशेष, चक्रवाती तूफान रेमाल cyclonic storm remal कमजोर होकर पूर्व-उत्तर पूर्व दिशा में 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है।
भारत मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह प्रणाली आज और कमजोर होकर अवदाब में तब्दील होने की संभावना है। इस वजह से आज (मंगलवार) को पश्चिम बंगाल के पूर्वी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
इसी तरह की स्थिति पूर्वोत्तर भारत में भी बन रही है, जिसे देखते हुए IMD ने रेड अलर्ट जारी किया है। केरल, लक्षद्वीप और माहे में शुक्रवार तक भारी बारिश होने की संभावना है।
इस बीच,भारत मौसम विभाग (IMD) India Meteorological Department (IMD) ने बताया है कि अगले पांच दिनों में केरल और पूर्वोत्तर भारत में मानसून आने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। मानसून पहले ही दक्षिण, पूर्व, पश्चिम मध्य और बंगाल की खाड़ी के उत्तर पूर्व भागों के साथ-साथ अरब सागर के कुछ हिस्सों में पहुंच चुका है। मौसम विभाग ने इस साल मानसून के दौरान पूरे देश में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान लगाया है।
दूसरी ओर, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में कल तक भीषण लू का प्रकोप जारी रहेगा। अगले दो दिनों तक हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ और जम्मू संभाग में भीषण लू चलने की संभावना है। हालांकि, गुरुवार से कुछ राहत मिलने की संभावना है।
मौसम विभाग ने इस साल मानसून के पूरे सीजन में देश भर में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान लगाया है।
भारत मौसम विभाग (IMD) भारत सरकार की एक प्रमुख एजेंसी है, जो देश में मौसम से जुड़ी जानकारियों और भविष्यवाणियों के लिए ज़िम्मेदार है। इसे "राष्ट्रीय मौसम सेवा" के रूप में भी जाना जाता है।
मौसम संबंधी आंकड़ों का संग्रहण: IMD पूरे देश में फैले सैकड़ों मौसम वेधशालाओं और आधुनिक उपकरणों के ज़रिए मौसम संबंधी आंकड़ों का संग्रहण करती है।
मौसम का पूर्वानुमान: प्राप्त आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर IMD आने वाले समय के मौसम का पूर्वानुमान जारी करती है। इसमें तापमान, वर्षा, हवा की गति, आर्द्रता आदि जैसी जानकारियां शामिल होती हैं।
चेतावनी जारी करना: मौसम में किसी भी तरह के बदलाव जैसे तूफान, भारी बारिश, लू, शीतलहर आदि की आशंका होने पर IMD समय रहते चेतावनी जारी करती है। इससे लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानी बरतने में मदद मिलती है।
मौसम संबंधी शोध: IMD मौसम विज्ञान और इससे जुड़े क्षेत्रों में शोध कार्य भी करती है। इससे मौसम संबंधी भविष्यवाणियों को और सटीक बनाने में मदद मिलती है।
कृषि कार्यों के लिए मौसम की जानकारी बेहद महत्वपूर्ण होती है। IMD द्वारा दी गई जानकारियों के आधार पर किसान फसल बोने का समय, सिंचाई की ज़रूरत आदि का निर्धारण कर सकते हैं।
आपदा प्रबंधन में IMD की भूमिका अहम होती है। मौसम संबंधी चेतावनियों के ज़रिए लोगों को प्राकृतिक आपदाओं से बचने में मदद मिलती है।
विमानन, जहाजरानी और पर्यटन उद्योग भी IMD द्वारा दी गई मौसम संबंधी जानकारियों पर निर्भर करते हैं।
निष्कर्ष:
भारत मौसम विभाग देश के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण संस्था है। यह मौसम संबंधी जानकारियां और चेतावनियां देकर लोगों की सुरक्षा और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।