बंदी छोड़ दिवस पंजाब के अमृतसर में मनाया गया। इस मौके पर निहंग सिखों ने घुड़सवारी की कलाबाजियां दिखाईं, जिसे देखने के लिए काफी तादाद में भीड़ उमड़ी थी। कुछ घुड़सवार घोड़े के पीठ पर खड़े होकर तरह तरह के करतब दिखा रहे थे, जमा भीड़ उन सब का मनोबल तालियों की गर्जन से बढ़ा रही थी। दरअसल इस दिन सिखों के छठे गुरु हरगोविंद जी को ग्वालियर किले से रिहा किया गया था, तबसे उसी दिन को याद करते हुए बंदी छोड़ दिवस मनाया जाता है।