भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में हम हर पल अपने उज्जवल भविष्य के लिए कुछ न कुछ सोचते ही रहते हैं। और इसी होड़ में हम एक साथ कितनी ज़िम्मेदारियाँ उठा लेते हैं, हमारा दिमाग वैसे तो कंप्यूटर से भी तेज़ है, हम सोच भी लो तो ख्यालो में कही भी पहुंच सकते हैं। लेकिन हमारे दिमाग को आराम की ज़रूरत होती है। यदि हम लगातार काम करते रहें या एक साथ दो-चार काम करें तो हम उस काम पर एकाग्रचित नहीं हो पाते हैं। उसका एक ही कारण है कि हमारे दिमाग को ठीक तरीके से काम करने के लिए उसे समय-समय पर आराम, ध्यान और व्यायाम की ज़रूरत है।