वॉलमार्ट समर्थित ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Myntra ने सिंगापुर में मिंत्रा ग्लोबल के शुभारंभ के साथ अपने इंटरनेशनल विस्तार की घोषणा की है, जिसका लक्ष्य देश में लगभग 650,000 भारतीयों तक पहुंचना है।
मिंत्रा की सीईओ नंदिता सिन्हा Nandita Sinha ने कहा कंपनी को सिंगापुर से पहले से ही उल्लेखनीय ऑर्गेनिक ट्रैफ़िक मिल रहा है, देश से लगभग 30,000 यूजर्स हर महीने उनके प्लेटफ़ॉर्म पर आते हैं, जो मिंत्रा के 10-15% वेब ट्रैफ़िक का हिस्सा है, जो इंटरनेशनल मार्केट्स से आता है।
विस्तार मुख्य रूप से इंडियन फ़ैशन, एथनिक वियर और होम डेकोर पर केंद्रित होगा, जिसमें प्रोडक्ट्स सीधे भारत से 4-7 दिनों की डिलीवरी टाइमलाइन के साथ भेजे जाएँगे। नंदिता सिन्हा ने कहा "त्योहार, शादियाँ, विशेष अवसर, बड़े अवसर हैं, जिन्हें हम मौजूदा कमी के रूप में देखते हैं, जिसे हम भर सकते हैं।"
इस कदम से मिंत्रा सिंगापुर में ऑरेलिया, ग्लोबल देसी, लिबास, रुस्टोरेंज, हाउस ऑफ़ पटौदी और चुम्बक सहित 100 से अधिक मेड-इन-इंडिया ब्रांडों से लगभग 35,000 स्टाइल पेश करेगी। कंपनी अपने सिंगापुर बिज़नेस के लिए 2,000-3,000 रुपये के एवरेज ऑर्डर वैल्यू को लक्षित कर रही है। इस बीच भारत में कंपनी का AOV लगभग 1400 रुपये है, हालांकि यह बड़े वॉल्यूम बेस पर है।
इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के अनुसार मिंत्रा को सिंगापुर में कड़ी कम्पटीशन का सामना करना पड़ेगा, जहां कई स्थापित कंपनियां पहले से ही ट्रेडिशनल इंडियन अपैरल मार्केट की आपूर्ति कर रही हैं। नल्ली सिल्क्स, जोवी फैशन और फैब इंडिया जैसे रिटेलर्स पहले से ही स्थापित कस्टमर बेस के साथ फिजिकल और ऑनलाइन उपस्थिति के माध्यम से सिंगापुर के मार्केट की सेवा कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स का सुझाव है, कि इस क्षेत्र में मॉल जाने की संस्कृति भी बहुत ज़्यादा है, जो ऑनलाइन खरीदारी को सीमित कर सकती है।
एक्सपर्ट्स यह भी बताते हैं, कि क्रॉस-बॉर्ड ई-कॉमर्स चुनौतियों में कस्टम्स क्लीयरेंस में देरी और हाई शिपिंग कॉस्ट शामिल हैं, जो संभावित रूप से कस्टमर अनुभव को प्रभावित कर सकती हैं। लोकल इन्वेंट्री स्थापित करने के बजाय सीधे भारत से शिपिंग करने का मिंत्रा का निर्णय लोकल उपस्थिति वाले कॉम्पिटिटर्स की तुलना में लॉजिस्टिकल संबंधी चुनौतियाँ पेश कर सकता है।
नंदिता सिन्हा ने कहा कि यह प्रारंभिक चरण सीखने और प्रोडक्ट-मार्केट के अनुकूलता का निर्माण करने के बारे में है। उन्होंने कहा "हमारा पहला कदम सीखना है, प्रोडक्ट मार्केट के अनुकूलता को सही करना है, और फिर विस्तार पर विचार करना है।" कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर में महत्वपूर्ण नए निवेश करने के बजाय अपने मौजूदा टेक्नोलॉजी प्लेटफार्म और ब्रांड पार्टनरशिप का लाभ उठा रही है। प्राइसिंग के बारे में पूछे जाने पर नंदिता सिन्हा ने कहा कि यह "ब्रांडों पर निर्भर करता ,है कि वे ड्यूटी से संबंधित कॉस्ट को एब्जॉर्ब करें या आगे बढ़ाएँ।"
हालाँकि यह कदम मिंत्रा की पहली डायरेक्ट इंटरनेशनल एंट्री को दर्शाता है, लेकिन इसने पहले साझेदारी के माध्यम से इंटरनेशनल स्तर पर कदम रखा है। 2020 में इसने क्षेत्रीय ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म नून और नामशी के साथ साझेदारी के माध्यम से मध्य पूर्व में विस्तार किया, जो दोनों UAE में एमार ग्रुप का हिस्सा हैं। कंपनी के तत्कालीन सीईओ अमर नागरम ने क्षेत्र की जनसांख्यिकी प्रोफ़ाइल, हाई मोबाइल पेनेट्रेशन, समान फैशन प्रेफरेंस और बड़े भारतीय प्रवासियों को अपने पहले इंटरनेशनल प्रयास के लिए मध्य पूर्व को चुनने के प्रमुख कारकों के रूप में उद्धृत किया था। इस बीच नंदिता सिन्हा अन्य इंटरनेशनल मार्केट्स के लिए कंपनी की योजनाओं के बारे में चुप रहे।
मिंत्रा का सिंगापुर विस्तार FY24 में पहली बार मुनाफे में आने के बाद हुआ है। इसने पिछले फाइनेंसियल ईयर में 782.4 करोड़ रुपये के घाटे के मुकाबले 30.9 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया। यह बदलाव रेवेनुए में 15% की वृद्धि के साथ 5,121.8 करोड़ रुपये तक पहुंचने से प्रेरित था। यह फाइनेंसियल स्टेबिलिटी मिंत्रा की ग्लोबल एम्बिशन के लिए एक मजबूत फाउंडेशन प्रदान कर सकती है।