भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर में तकनीकी सुधार और इनोवेशन को बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने रेविटी सॉफ्टवेयर सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड में करीब 2 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
कंपनी ने इस निवेश के जरिए इस स्टार्टअप में 7.84% से ज्यादा हिस्सेदारी हासिल की है, रेविटी सॉफ्टवेयर एक ऐसा स्टार्टअप है, जो कनेक्टेड मोबिलिटी इंटेलिजेंस पर काम करता है, और वाहन डेटा को विश्लेषित कर कंपनियों और फ्लीट ऑपरेटर्स को बेहतर जानकारी उपलब्ध कराता है।
यह निवेश मारुति सुजुकी इनोवेशन फंड के तहत किया गया है, जिसका उद्देश्य ऐसे स्टार्टअप्स को बढ़ावा देना है, जो तकनीक और इनोवेशन के जरिए कंपनी के कामकाज में मूल्य जोड़ सकें, इससे पहले यह फंड 2024 में Amlgo Labs और 2022 में Sociograph Solutions में निवेश कर चुका है।
Maruti Suzuki ने कहा कि Ravity Software में निवेश का लक्ष्य कंपनी की डेटा-आधारित रणनीतियों को और बेहतर बनाना है, ताकि ग्राहक अनुभव को अधिक प्रभावी और सहज बनाया जा सके, कंपनी 2019 से अपने इनोवेशन प्रोग्राम के तहत कई स्टार्टअप्स के साथ मिलकर समाधानों पर काम कर रही है।
मारुति सुजुकी के एमडी और सीईओ हिसाशी ताकेऊची Hisashi Takeuchi ने कहा कि कंपनी हमेशा ग्राहकों को अपनी गतिविधियों के केंद्र में रखती है, और वाहन स्वामित्व अनुभव को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम करती है, उनका कहना था कि इस तरह की स्टार्टअप साझेदारियां कंपनी के इनोवेशन लक्ष्यों को गति देती हैं, और नई सोच लाती हैं।
उन्होंने बताया कि ओपन इनोवेशन के इस दौर में विशेष क्षेत्रों में काम करने वाले स्टार्टअप्स के साथ मिलकर समाधान तैयार करना समय की जरूरत है, रेविटी सॉफ्टवेयर में किया गया निवेश इसी सोच को आगे बढ़ाता है।
बेंगलुरु स्थित रेविटी सॉफ्टवेयर की स्थापना साल 2022 में हुई थी, यह स्टार्टअप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से कनेक्टेड मोबिलिटी इंटेलिजेंस प्रदान करता है, उनकी तकनीक वाहन डेटा को प्रोसेस करके ऑटो कंपनियों और फ्लीट ऑपरेटर्स को ऐसी जानकारी देती है, जो उनकी सेवाओं और कामकाज को बेहतर बनाने में मदद करती है।
यह प्लेटफॉर्म वाहन की गुणवत्ता सुधारने, संचालन को सुचारू करने और नए व्यावसायिक अवसर खोजने में मदद करता है, जैसे-जैसे वाहन इंटरनेट से जुड़े होते जा रहे हैं, वैसे-वैसे कनेक्टेड मोबिलिटी तकनीक उसकी रीढ़ बनती जा रही है, और यही वजह है, कि रेविटी जैसे स्टार्टअप्स की भूमिका तेजी से बढ़ रही है।
मारुति सुजुकी ने इस निवेश को भारत सरकार के 'स्टार्टअप इंडिया' कार्यक्रम के अनुरूप बताया है, कंपनी का कहना है, कि इस तरह की साझेदारियां उद्यमिता को बढ़ावा देती हैं, तकनीक को गति देती हैं, और उद्योग में नई ऊर्जा का संचार करती हैं।
कनेक्टेड मोबिलिटी, डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों में काम करने वाले स्टार्टअप्स आने वाले समय में ऑटोमोबाइल सेक्टर को काफी बदलने वाले हैं, और मारुति सुजुकी का यह कदम ऐसे बदलावों को समर्थन देने की दिशा में देखा जा रहा है।