किआ Kia ने 1 जनवरी 2025 से अपने संपूर्ण प्रोडक्ट रेंज में 2% तक की कीमत वृद्धि की घोषणा की है। इस निर्णय का कारण कमोडिटी की कीमतों और सप्लाई चेन एक्सपेंसेस सहित बढ़ती इनपुट कॉस्ट को बताया गया है।
किआ के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट हरदीप सिंह बरार Hardeep Singh Brar ने कहा कि कंपनी कमोडिटी की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी, प्रतिकूल एक्सचेंज रेट्स और हाई ऑपरेशनल कॉस्ट के कारण कीमतों को एडजस्टमेंट कर रही है। उन्होंने कहा कि किआ कस्टमर्स पर पड़ने वाले प्रभाव को सीमित करने के लिए लागत का एक हिस्सा खुद वहन कर रही है।
इंडियन मार्केट में प्रवेश के बाद से किआ ने एक्सपोर्ट सहित 1.6 मिलियन यूनिट की क्युमुलेटिव सेल हासिल की है। सेल्टोस कंपनी का सबसे अधिक बिकने वाला मॉडल बन गया है, जिसकी 670,000 से अधिक यूनिट बिकी हैं, इसके बाद सोनेट 480,000 से अधिक यूनिट के साथ दूसरे स्थान पर है। कैरेंस ने 214,400 यूनिट का योगदान दिया है, जबकि कार्निवल ने 15,000 से अधिक यूनिट का योगदान दिया है।
यह कदम ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में इसी तरह के प्राइस एडजस्टमेंट के साथ संरेखित है, जहां निर्माता रॉ मैटेरियल्स, एनर्जी और लॉजिस्टिक्स की हाई कॉस्ट से जूझ रहे हैं।
टाटा मोटर्स Tata Motors ने घोषणा की कि वह ईवी सहित अपने पैसेंजर व्हीकल्स के पोर्टफोलियो में 3% तक की कीमत वृद्धि करेगी। कंपनी ने कहा कि जनवरी 2025 से प्रभावी, मूल्य वृद्धि मॉडल और वैरिएंट के आधार पर अलग-अलग होगी, और इनपुट कॉस्ट औरइन्फ्लेशन में वृद्धि को आंशिक रूप से ऑफसेट करने के लिए की जा रही है।
मारुति सुजुकी ने जनवरी 2025 से अपने व्हीकल्स की कीमतों में वृद्धि करने की योजना की घोषणा की है। यह वृद्धि जो 4% तक होने की उम्मीद है, विभिन्न मॉडलों में अलग-अलग होगी। कंपनी के अनुसार यह निर्णय बढ़ती इनपुट कॉस्ट और बढ़ते ऑपरेशनल एक्सपेंसेस के जवाब में लिया गया है।
हुंडई मोटर ने घोषणा की कि वह 1 जनवरी 2025 से अपने पूरे मॉडल लाइनअप में कीमतों में वृद्धि करेगी। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है, जब हुंडई ने कहा कि उसे बढ़ती इनपुट कॉस्ट, प्रतिकूल एक्सचेंज रेट्स और बढ़ते लॉजिस्टिक्स एक्सपेंसेस का सामना करना पड़ रहा है।
जर्मन लग्जरी कार निर्माता ऑडी ने 1 जनवरी से अपने पूरे मॉडल रेंज में कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की है। इस बढ़ोतरी से एक्स-शोरूम कीमतों में 3% तक की बढ़ोतरी होगी। ऑडी ने बढ़ती इनपुट और ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट को कीमतों में बढ़ोतरी का कारण बताया।
बीएमडब्ल्यू ने भी हाल ही में 1 जनवरी 2025 से अपने पूरे मॉडल रेंज में 3% तक की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की है। यह निर्णय बढ़ती लागतों को संबोधित करने और प्रीमियम क्वालिटी स्टैंडर्ड्स को बनाए रखने की कंपनी की रणनीति का हिस्सा था।
डुकाटी ने हाल ही में अपने मोटरसाइकिल लाइनअप में चुनिंदा मॉडलों के लिए प्राइस रिवीजन की घोषणा की, जो 1 जनवरी 2025 से प्रभावी होगा। यह एडजस्टमेंट नई दिल्ली, मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, चेन्नई, कोच्चि, हैदराबाद, चंडीगढ़, अहमदाबाद और कोलकाता सहित भारत भर में सभी डुकाटी डीलरशिप पर स्पेसिफिक मॉडलों और वेरिएंट की एक्स-शोरूम कीमतों पर लागू होगा।
इसी तरह मर्सिडीज-बेंज जनवरी 2025 से अपने पूरे मॉडल रेंज की एक्स-शोरूम कीमतों में संशोधन करेगी। मॉडल के आधार पर कीमत में 3% तक की बढ़ोतरी होगी। मर्सिडीज-बेंज ने इस एडजस्टमेंट को बढ़ती इनपुट कॉस्ट, इन्फ्लेशन के दबाव और बढ़े हुए लॉजिस्टिक्स एक्सपेंसेस के लिए जिम्मेदार ठहराया, जो कंपनी की ऑपरेशनल कॉस्ट और ओवरआल फाइनेंसियल परफॉरमेंस को प्रभावित कर रहे हैं।
इंडस्ट्री अनलिस्ट्स का सुझाव है, कि हालांकि इस तरह की बढ़ोतरी शार्ट टर्म में मांग को प्रभावित कर सकती है, लेकिन अक्सर निर्माताओं के लिए लॉन्ग-टर्म फाइनेंसियल स्टेबिलिटी और व्हीकल डिजाइन और टेक्नोलॉजी में निरंतर इनोवेशन सुनिश्चित करने के लिए यह आवश्यक होता है।