रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी Mukesh Ambani की अगुवाई वाली जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड ने 4 मार्च 2025 को भारतीय स्टेट बैंक से 104.5 करोड़ रुपये में जियो पेमेंट्स बैंक के 7.9 करोड़ शेयर खरीदने की घोषणा की। इस कदम के परिणामस्वरूप पेमेंट्स बैंक जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन जाएगी। इस विकास के बाद अरबपति मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी के शेयरों में लगभग चार प्रतिशत की उछाल देखी गई, जो बीएसई पर 208 रुपये के इंट्राडे हाई पर पहुंच गई।
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज Jio Financial Services के पास वर्तमान में जियो पेमेंट्स बैंक में 82.17 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जो जियो फाइनेंशियल और देश के सबसे बड़े सरकारी लेंडर एसबीआई के बीच एक जॉइंट प्रयास है।
जेएफएस ने शेयर मार्केट को दी सूचना में कहा "कंपनी के Board of Directors ने एसबीआई से जियो पेमेंट्स बैंक के 79 मिलियन इक्विटी शेयरों के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी है, जिसकी कुल कीमत 104.54 करोड़ रुपये है।"
मंगलवार को जेएफएस के शेयर 3.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ 716.15 रुपये पर बंद हुए।
इस डील को जियो फाइनेंशियल के Board of Directors ने मंजूरी दे दी है, और यह भारतीय रिजर्व बैंक की मंजूरी पर निर्भर है। रेगुलेटरी मंजूरी के बाद 45 दिनों के भीतर डील के पूरा होने की उम्मीद है।
कंपनी ने स्पष्ट किया है, कि विचाराधीन ट्रांसक्शन रिलेटेड-पार्टी डील नहीं है, और अधिग्रहण में किसी भी फाइनेंसियल इंटरेस्ट वाले कोई प्रमोटर या ग्रुप संस्थाएं नहीं हैं।
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने दिसंबर 2024 में समाप्त होने वाली तीसरी तिमाही के लिए अपने कंसोलिडेटेड प्रॉफिट को 295 करोड़ रुपये पर स्थिर देखा, जो ईयर-ऑन-ईयर मामूली 0.3% की वृद्धि दर्शाता है। पिछले फाइनेंसियल ईयर की इसी तिमाही में एनबीएफसी ने 294 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था। इसके अतिरिक्त इसके मैनेजमेंट के तहत एसेट्स FY25 की पिछली सितंबर तिमाही में 1,206 करोड़ रुपये से बढ़कर 4,199 करोड़ रुपये हो गईं।
Central Board of Directors at SBI की एग्जीक्यूटिव कमिटी ने जियो पेमेंट्स बैंक लिमिटेड में बैंक की पूरी हिस्सेदारी को जियो फाइनेंशियल सर्विसेज को 13.22 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के हिसाब से बेचने को मंजूरी दे दी है, जिससे कुल 104.5 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे। इस अधिग्रहण के बाद जियो पेमेंट्स बैंक का वैल्यू लगभग 586 करोड़ रुपये आंका गया है। यह ट्रांसक्शन भारतीय रिजर्व बैंक से रेगुलेटरी अप्रूवल प्राप्त करने पर निर्भर है, और जेएफएस द्वारा बताए अनुसार आरबीआई की मंजूरी मिलने के 45 दिनों के भीतर इसे अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है।
जियो पेमेंट्स बैंक ने अप्रैल 2018 में अपना ऑपरेशन शुरू किया और दिसंबर 2024 तक इसने 1.89 मिलियन CASA कस्टमर्स प्राप्त किए हैं।
वर्तमान में भारत में पाँच पेमेंट बैंक हैं, जिनमें एयरटेल पेमेंट्स बैंक, फिनो पेमेंट्स बैंक, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, एनएसडीएल पेमेंट्स बैंक और जियो पेमेंट्स बैंक शामिल हैं।
इन बैंकों को अधिकतम 2 लाख रुपये तक का कस्टमर जमा रखने की अनुमति है, लेकिन उन्हें अपने कस्टमर्स को लोन देने से प्रतिबंधित किया गया है। पेमेंट बैंक अपनी शाखाएँ स्थापित और प्रबंधित कर सकते हैं, साथ ही एक्सेस पॉइंट के रूप में बिज़नेस कॉरेस्पॉन्डेंट्स का उपयोग भी कर सकते हैं। हालाँकि बीसी को बैंकों की ओर से ऑफ़लाइन ट्रांसक्शन करने की अनुमति नहीं है। ट्रेडिशनल कमर्शियल बैंकों के विपरीत पेमेंट बैंकों को कस्टमर डिपाजिट एकाउंट्स के लिए पासबुक जारी करना अनिवार्य नहीं है।