भारत के कई क्षेत्रों में भारी बारिश और बाढ़ ने सामान्य जीवन प्रभावित कर दिया है। कई परिवार संचार सेवाओं तक पहुँचने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं। इस संकट के बीच, रिलायंस Jio और भारती Airtel ने आपातकालीन उपायों की घोषणा की है ताकि प्रभावित लोग बिना बाधा के संपर्क में रह सकें।
रिलायंस Jio ने बारिश और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अपने ग्राहकों के लिए कई राहत उपाय लागू किए हैं:
3 दिनों की वैधता बढ़ोतरी के साथ प्रति दिन 2GB हाई-स्पीड डेटा और तीन दिनों के लिए अनलिमिटेड कॉल।
लगातार सेवाओं को बनाए रखने के लिए अतिरिक्त 3 दिन की वैधता।
बिल भुगतान के लिए 3 दिन का ग्रेस पीरियड, जिससे कॉल और डेटा उपयोग बिना किसी रुकावट के जारी रह सके।
इन कदमों का उद्देश्य प्रभावित लोगों को परिवार और जरूरी सेवाओं से जुड़े रहने में मदद करना है।
भारी बारिश और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए भारती Airtel ने भी समान राहत उपाय लागू किए हैं:
पूर्व-भुगतान ग्राहकों को 3 दिनों की वैधता बढ़ोतरी, अनलिमिटेड कॉल और प्रति दिन 1GB हाई-स्पीड डेटा मिलेगा।
पोस्टपेड और ब्रॉडबैंड ग्राहकों को 3 दिन का ग्रेस पीरियड मिलेगा, जिससे सेवाओं का उपयोग बिना किसी रुकावट के जारी रह सके।
Airtel की यह पहल यह सुनिश्चित करती है कि व्यक्तिगत और व्यावसायिक संचार दोनों सक्रिय रहें।
भारतीय सरकार ने जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में 2 सितंबर 2025 तक सभी टेलिकॉम ऑपरेटरों को इंट्रा-सर्कल रोमिंग सक्षम करने का निर्देश दिया।
इस नीति से अगर किसी उपयोगकर्ता का नेटवर्क डाउन है, तो वह अपने फोन से किसी उपलब्ध नेटवर्क से स्वचालित रूप से कनेक्ट हो सकता है। यह आपातकालीन कॉल, बचाव समन्वय और जरूरी संचार को सुनिश्चित करने में मदद करता है।
प्राकृतिक आपदाओं के दौरान टेलिकॉम कनेक्टिविटी जीवन रेखा की तरह होती है। प्रभावित लोग मोबाइल का उपयोग करके:
परिवार और दोस्तों से सुरक्षा अपडेट प्राप्त कर सकते हैं।
आपातकालीन सेवाओं से संपर्क कर सकते हैं।
समाचार और मौसम अपडेट पा सकते हैं।
Jio और Airtel द्वारा मुफ्त कॉल, डेटा और वैधता बढ़ाने की सुविधा प्रभावित लोगों को जुड़े रहने में मदद कर रही है।
टेलिकॉम कंपनियों और सरकार के संयुक्त प्रयास दर्शाते हैं कि:
नागरिक नेटवर्क फेल होने की चिंता किए बिना संपर्क में रह सकते हैं।
आपातकालीन सेवाएं भरोसेमंद चैनलों से काम कर सकती हैं।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में समुदायों को समय पर सहायता और अलर्ट मिलते हैं।
प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले उपयोगकर्ता इन सुविधाओं का स्वतः लाभ ले सकते हैं:
पूर्व-भुगतान ग्राहक वैधता बढ़ोतरी और अतिरिक्त डेटा पाएंगे।
पोस्टपेड और ब्रॉडबैंड ग्राहक ग्रेस पीरियड का लाभ उठाएंगे।
सभी उपयोगकर्ता किसी भी उपलब्ध नेटवर्क का उपयोग कर सकते हैं।
इन उपायों से बिजली और मोबाइल टॉवर बाधित होने पर भी कनेक्टिविटी बनी रहती है।
Jio, Airtel और भारतीय सरकार की आपातकालीन प्रतिक्रिया यह स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि बाढ़ और प्राकृतिक आपदाओं के समय नागरिकों को जुड़े रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है।
इन उपायों में मुफ्त कॉल, अतिरिक्त डेटा, वैधता बढ़ोतरी और रोमिंग सपोर्ट शामिल हैं, जो प्रभावित लोगों को किसी भी बाधा के बिना अपने परिवार और मित्रों से संपर्क में रहने की सुविधा देते हैं।
यह सिर्फ व्यक्तिगत संवाद ही नहीं, बल्कि आपातकालीन सेवाओं से संपर्क, बचाव समन्वय और जरूरी जानकारी तक पहुँच बनाने में भी मदद करता है। इससे प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य और बचाव अभियान अधिक प्रभावी बनते हैं।
इसके साथ ही, सरकार और टेलिकॉम ऑपरेटरों का यह समन्वित प्रयास यह भी सुनिश्चित करता है कि नेटवर्क की अस्थिरता या बिजली कटौती जैसी समस्याओं के बावजूद लोग जुड़े रहें।
कुल मिलाकर, यह पहल संकट प्रबंधन में डिजिटल कनेक्टिविटी की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करती है और लाखों लोगों की सुरक्षा और सूचनाओं तक पहुँच सुनिश्चित करती है।