दो दशक पहले दुनिया में हाइपरसोनिक वायुयानों का दौर चला था, जो लम्बे समय तक खुद को दुनिया में स्थिर नहीं रख पाया। ध्वनि की गति से भी तेज चलने वाले इन यानों का दौर एक बार फिर से लौट रहा है। अब सफर की दूरी को कम करने के लिए फिर इसकी तकनीकियों पर काम किया जा रहा है। उम्मीद है कि आने वाले समय में इसके कारण दुनिया फिर से एक बड़ा बदलाव देखेगी तथा बढाती आधुनिकता की ओर कदम बढ़ाएगा। यदि इस तकनीकी को यात्री ले जाने वाले विमानों के लिए भी लाया जाता है तो लोग और भी शीघ्रता से अपने गंतव्य तक पहुँच पाएंगे।