आज यानी 9 अक्टूबर को हर साल विश्व डाक दिवस मनाया जाता है। अगर इसके इतिहास की बात करें तो सन् 1874 में पहली बार स्विट्जरलैंड के बर्न शहर में यूपीयू (UPU) यानी की यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन की स्थापना की गई थी।1874 के बाद 1 जुलाई 1876 में भारत भी यूपीयू का सदस्य बना था। भारत एशिया का पहला ऐसा देश है जिसे इसकी सदस्यता हासिल है। विश्व डाक दिवस को मनाने के पीछे का कारण यह है कि लोगों को डाक सेवाओं और डाक विभाग के बारे में जानकारी पता चले और वह इसके बारे में जागरूक भी रहें। आम जनता को इस बात की जानकारी अवश्य होना चाहिए कि वर्षों से चली आ रही यह सेवाएं कितनी महत्वपूर्ण थीं। जिसका संचालन आज भी किया जा रहा है।