कोलकाता में मौजूद श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह पर भारत पैट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की तरल पेट्रोलियम गैस एलपीजी (LPG) को पहली बार एक जहाज से दूसरे जहाज पर सीधे उतार दिया गया। इसे लेकर बीपीसीएल द्वारा जानकारी दी गई कि हल्दिया डॉक सिस्टम के तहत एक जहाज से दूसरे जहाज पर माल उतारने से काफी फायदा होगा। इसके अनुसार माल उतरने से 7 से 9 दिन की बचत होगी साथ ही हर यात्रा पर 2.6 करोड़ की बचत भी होगी। पहली बार एक जहाज से दूसरे जहाज पर एलपीजी उतारने की यह पहल शुक्रवार को हुई। विभाग अधिकारियों ने इस बारे में यह जानकारी दी है कि इस तरह के संचालन से पुरानी नदी तटीय बंदरगाह के लिए नई व्यवसायिक संभावनाएं बनेंगी और व्यापार को भी लाभ होगा।