भारत सरकार लगभग 175 उत्पादों पर गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) घटाने की योजना बना रही है। इसमें शैम्पू, टूथपेस्ट और टैल्कम पाउडर जैसे रोजमर्रा के सामान से लेकर हाइब्रिड कारें और इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित यह कदम उपभोक्ताओं को राहत देगा, घरेलू खपत बढ़ाएगा और स्थानीय निर्माताओं को समर्थन देगा। यह पिछले एक दशक का सबसे बड़ा GST सुधार माना जा रहा है।
शैम्पू, टैल्कम पाउडर और टूथपेस्ट पर GST 18% से घटाकर 5% करने का प्रस्ताव है। इससे हिंदुस्तान यूनिलीवर और गोदरेज जैसी कंपनियों की बिक्री बढ़ सकती है।
टीवी और एयर कंडीशनर पर टैक्स 28% से घटाकर 18% किया जा सकता है। यह कदम दिवाली सीज़न में उपभोक्ताओं को राहत देगा।
सैमसंग, एलजी और सोनी जैसे ब्रांड्स को इस टैक्स कटौती से फायदा होगा।
यह सूची 3-4 सितंबर को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में होने वाली GST काउंसिल GST Council की बैठक में फाइनल होगी।
सरकार का मकसद न सिर्फ उपभोक्ताओं को सस्ती चीजें उपलब्ध कराना है, बल्कि घरेलू खपत बढ़ाकर निर्यात में संभावित कमी की भरपाई करना भी है।
प्रमुख बिंदु:
किसानों की आय बढ़ाना
भारतीय निर्माताओं को आत्मनिर्भर बनाना
घरेलू बिक्री को बढ़ावा देना
खासकर खाद, कृषि उपकरण, ट्रैक्टर और उनके पार्ट्स पर GST 12–18% से घटाकर 5% किया जा सकता है। इसके अलावा, अमेरिकी टैरिफ से प्रभावित टेक्सटाइल सेक्टर को भी फायदा होगा।
छोटी पेट्रोल हाइब्रिड कारों पर GST 28% से घटाकर 18% किया जाएगा। यह टोयोटा और सुजुकी जैसी कंपनियों के लिए फायदेमंद होगा।
हालांकि, टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी EV कंपनियों को चिंता है कि इससे इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मांग धीमी हो सकती है।
350cc से कम की बाइक और स्कूटर्स, जिनकी बिक्री 2 करोड़ से अधिक है, पर भी GST घटाया जाएगा। इससे हीरो, बजाज और टीवीएस मोटर जैसी कंपनियों को बढ़ावा मिलेगा।
छोटी कारों की बिक्री में भी तेजी आएगी, जिससे मारुति, हुंडई और टाटा मोटर्स जैसी कंपनियां लाभान्वित होंगी।
दूसरी ओर, बड़ी कारों (4 मीटर से अधिक और बड़े इंजन वाली) पर GST 28% से बढ़ाकर 40% कर दिया जाएगा। हालांकि अतिरिक्त सेस घटाकर कुल टैक्स करीब 50% रखने की योजना है।
सरकार कुछ वस्तुओं और सेवाओं पर टैक्स कम करने के पक्ष में नहीं है, जिनमें शामिल हैं:
कोयला
बेटिंग, कसीनो और हॉर्स रेसिंग जैसी सेवाएं
कोल्ड ड्रिंक्स और कार्बोनेटेड पेय (पेप्सी, कोका-कोला, रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा निर्मित)
यह कदम राजस्व संतुलन और जिम्मेदार वित्तीय प्रबंधन सुनिश्चित करेगा।
भारत की प्रस्तावित GST कटौती उपभोक्ताओं को सस्ती वस्तुएं उपलब्ध कराने, घरेलू खपत बढ़ाने और ‘मेक इन इंडिया’ को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे छोटी कारों, दो-पहिया वाहनों और रोजमर्रा की वस्तुओं की बिक्री बढ़ने की संभावना है।
वहीं, बड़ी कारों और कुछ सेवाओं पर टैक्स बढ़ाकर सरकार ने संतुलित वित्तीय दृष्टिकोण अपनाया है। GST काउंसिल की सितंबर की बैठक के बाद इन सुधारों के लागू होने की संभावना है, जिससे आम जनता को राहत और उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।