Apple का भारत में आईफोन प्रोडक्शन करने का निर्णय और अब Google का भारत में बड़े निवेश करने की घोषणा से एक बात तो साफ है, कि अमेरिकी कंपनियों का भारत पर भरोसा बढ़ रहा है, गूगल ने बताया कि 2026 से 2030 तक, अगले पांच सालों में भारत में 15 अरब डॉलर (लगभग 1,33,176.9 करोड़) का निवेश करेगी।
कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हब और आंध्र प्रदेश में एक बड़ा डेटा सेंटर के लिए भारत में निवेश करने वाली है, यहां गौर करने वाली बात यह है, कि अमेरिका के बाहर ये गूगल का सबसे बड़ा एआई हब होगा जो भारत को और भी ज्यादा मजबूती देगा, दिल्ली में आयोजित इस मेगा इवेंट में निर्मला सीतारमण और अश्विनी वैष्णव सहित कई मंत्री और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू भी शामिल हुए हैं।
न केवल गूगल बल्कि अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी टेक कंपनियां क्लाउड और एआई सर्विस की डिमांड को पूरा करने के लिए डेटा सेंटर खोलने के लिए भारी निवेश कर रही हैं, विशाखापत्तनम में गूगल 1 गीगावाट क्षमता वाला डेटा सेंटर खोलेगी जिसमें बड़े पैमाने पर एनर्जी सोर्स, एआई इंफ्रास्ट्रक्चर और एक्सपैंड फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क शामिल होगा। इसे एआई सर्विस की लोगों के बीच तेजी से बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए तैयार किया जा रहा है।
गूगल के भारत में इस निवेश से डिजिटल अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी, विशाखापत्तनम में इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से हजारों नौकरियों के अवसर पैदा होंगे, Google CEO Sundar Pichai ने कहा इस निवेश से डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को बढ़ावा मिलेगा, रिन्यूएबल एनर्जी का इस्तेमाल कर कंपनी पर्यावरण को सुरक्षित रखने की योजना बना रही है, इससे न केवल टेक सेक्टर बल्कि छोटे बिजनेस और स्टार्टअप्स को भी फायदा मिलेगा।
भारत में डिजिटल डिमांड और स्मार्टफोन यूजर्स तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत पड़ रही है, ऐसे में गूगल का भारत में निवेश करने और एआई डेटा सेंटर बनाने का ये कदम चीन जैसे देशों से मुकाबला करने में भारत की मदद करेगा।
गूगल एआई हब भारत में महत्वपूर्ण कंप्यूटिंग कैपेसिटी को एड करेगा, जो देश की एआई कैपेसिटीज में एक बड़ा कदम होगा, दोनों कंपनियां स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध हैं, और आंध्र प्रदेश में नई ट्रांसमिशन लाइंस, क्लीन एनर्जी प्रोडक्शन और न्यू एनर्जी स्टोरेज सिस्टम में संयुक्त निवेश की योजना बना रही हैं, ये पहल न केवल डेटा सेंटर को पॉवर प्रोवाइड कराएगी, बल्कि भारत के बिजली ग्रिड को भी मजबूत करेंगी।
अडानी ग्रुप के अध्यक्ष गौतम अडानी ने कहा कि अडानी ग्रुप को इस ऐतिहासिक प्रोजेक्ट पर गूगल के साथ साझेदारी करने पर गर्व है, जो भारत के भविष्य को परिभाषित करेगी, उन्होंने कहा कि यह केवल इंफ्रा में निवेश से कहीं अधिक है, यह एक उभरते राष्ट्र की आत्मा में निवेश है… विशाखापट्टम अब टेक के लिए एक ग्लोबल डेस्टीनेशन बनने के लिए तैयार है, और हम इस ऐतिहासिक यात्रा के वास्तुकार बनकर रोमांचित हैं।
गूगल क्लाउड के सीईओ थॉमस कुरियन ने कहा कि एआई युग में भारत की विशाल क्षमता को उजागर करने के लिए, हम गूगल एआई हब में निवेश कर रहे हैं, जो ग्रोथ को गति देने के लिए महत्वपूर्ण आधार प्रदान करेगा और बिजनेसेस, रिसर्चर्स और रचनाकारों को एआई के साथ निर्माण और विस्तार करने में सक्षम बनाएगा, उन्होंने कहा कि अडानी के साथ काम करते हुए, हम अपने अत्याधुनिक संसाधनों को समुदायों और ग्राहकों के करीब लाएंगे, एआई हब और इससे जुड़े कनेक्टिविटी गेटवे से विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश और पूरे भारत में इकोनॉमिक ग्रोथ को गति मिलने की उम्मीद है, यह प्रोजेक्ट डिजिटल समावेशिता को बढ़ावा देगी और टेक्नोलॉजी, निर्माण और क्लीन एनर्जी सेक्टर में हज़ारों रोजगार पैदा होने की उम्मीद है।