Google ने एक नया सब्सक्रिप्शन टियर Gemini AI Plus पेश किया है, जिसका उद्देश्य OpenAI के ChatGPT Go से बढ़ती कम्पटीशन के बीच अपने एडवांस्ड AI टूल्स को और अधिक एक्सेसिबल बनाना है। यह कदम टेक दिग्गजों के बीच कम कीमतों पर प्रीमियम AI फीचर्स प्रदान करने के व्यापक चलन को दर्शाता है, जिससे पारंपरिक रूप से AI से जुड़ी हाई कॉस्ट्स के बिना अधिक यूज़र्स तक पहुँच खुलती है।
वर्तमान में इंडोनेशिया में उपलब्ध Gemini AI Plus प्लान की कीमत सीमित समय के लिए IDR 37,500 (लगभग ₹200) प्रति माह है, जिसके बाद सब्सक्रिप्शन IDR 75,000 (लगभग ₹400 प्रति माह) हो जाएगा। हालाँकि Google ने अभी तक भारत के लिए प्लान की घोषणा नहीं की है, लेकिन एक्सपर्ट्स का अनुमान है, कि कंपनी जल्द ही इसकी उपलब्धता बढ़ाएगी, खासकर OpenAI द्वारा भारतीय बाजार में ChatGPT Go के लॉन्च के बाद।
जेमिनी एआई प्लस के सब्सक्राइबर्स को जेमिनी 2.5 प्रो और इसकी डीप रिसर्च क्षमताओं के साथ-साथ कई टूल्स का एक्सेस मिलता है, जिनमें शामिल हैं:
> वीडियो जनरेशन के लिए Veo 3 (सीमित पहुँच)
> फ्लो एआई फिल्ममेकिंग टूल
> एआई-असिस्टेड कोडिंग और डेटा एनालिसिस के लिए नोटबुक एलएलएम
> जीमेल, डॉक्स, शीट्स, स्लाइड्स और ड्राइव जैसे Google Workspace ऐप्स के साथ इंटीग्रेशन
> जीमेल, ड्राइव और फ़ोटो पर उपयोग योग्य 200 जीबी क्लाउड स्टोरेज
> 128,000 टोकन कॉन्टेक्स्ट विंडो का विस्तार, जो फ्री टियर पर 32,000 से ज़्यादा है।
यह प्लान Google के मौजूदा प्रीमियम ऑफर, जैसे AI Pro (₹1,950 प्रति माह) और AI Ultra (₹24,500 प्रति माह) से नीचे है, जो इसे कंस्यूमर्स के लिए एक ज़्यादा एक्सेसिबल ऑप्शन बनाता है।
यह लॉन्च ओपनएआई द्वारा चैटजीपीटी गो की शुरुआत के कुछ ही समय बाद हुआ है, जो भारत के लिए ₹399 प्रति माह की दर से विशेष रूप से तैयार किया गया एक सब्सक्रिप्शन प्लान है। चैटजीपीटी गो, जीपीटी-5 मॉडल तक विस्तारित पहुँच, बढ़ी हुई इमेज जनरेशन सीमा, लंबी कन्वर्सेशनल मेमोरी और कस्टम जीपीटी का उपयोग करने या व्यक्तिगत एआई टूल बनाने की क्षमता प्रदान करता है।
जहाँ दोनों प्लान का उद्देश्य फ्री और प्रीमियम स्तरों के बीच की खाई को पाटना है, वहीं जेमिनी एआई प्लस, गूगल के इकोसिस्टम पर केंद्रित है, जो वर्कस्पेस एप्लीकेशन में अपनी एआई फीचर्स को इंटीग्रेट करता है, और कंटेंट क्रिएशन, डेटा एनालिसिस और वीडियो जनरेशन के लिए टूल प्रदान करता है। इसके विपरीत चैटजीपीटी गो, एआई की वेर्सटिलिटी, डॉक्यूमेंट एनालिसिस, कोडिंग और पर्सनलाइजेशन पर ज़ोर देता है।
गूगल ने स्पष्ट किया है, कि एआई प्लस प्लान बिज़नेस या एजुकेशन कस्टमर्स के लिए उपलब्ध नहीं है, जिससे यह सवाल उठता है, कि भारत सहित अन्य मार्केट्स में यह सर्विस कैसे उपलब्ध होगी।
जैसे-जैसे एआई सब्सक्रिप्शन प्लान अधिक किफायती होते जा रहे हैं, यूज़र्स कॉम्पिटिटिव कीमतों पर टूल्स के व्यापक चॉइस की उम्मीद कर सकते हैं, जो गूगल और ओपनएआई के बीच एआई दौड़ में एक नए चरण का संकेत देता है।