एनडीए की परीक्षा में पहली बार बैठेंगी लड़कियां 

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18 Aug 2021
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News Synopsis

भारत में हाल ही में 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। इस हिसाब से हमारे देश को आजाद हुए 75 साल हो गए, लेकिन सही मायनों में हम आज भी पूर्ण रूप से आजाद नहीं हुए हैं। पहले हम अंग्रेजों के गुलाम हुआ करते थे, अब हम अपनी संकीर्ण सोच, रूढ़ीवादी प्रथाओं और पुरुष प्रधान समाज वाली सोच के गुलाम हैं। हमारे देश के करोड़ों युवा देश की सेवा के लिए सेना में भर्ती होना चाहते हैं। इन युवाओं में लड़कियां भी काफी बड़ी संख्या में हैं। दुनिया में लड़कियां जहां हर क्षेत्र में लड़कों को टक्कर दे रही हैं, वहीं दूसरी तरफ लड़कियों को सेना तक पहुंचाने वाले एनडीए के पेपर में अब तक बैठने की अनुमति नहीं थी। ना जाने इस पेपर में ना बैठ पाने से कितनी लड़कियों का सेना में जाने का सपना सपना ही रह गया। सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम फैसले के बाद लड़कियों को एनडीए के पेपर में बैठने की इजाजत तो मिल गई, लेकिन एनडीए के जरिए सेना में उनकी एंट्री पर अभी भी संशय बना हुआ है। अब लड़कियों की एनडीए के जरिए सेना में एंट्री का भविष्य सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर टिका हुआ है। 

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