बिहार में बनेगा पहला ऑक्सीजन पार्क, जानें क्‍या होगी विशेषता

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13 Jul 2022
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News Synopsis

कोरोना काल Corona period में देशभर में ऑक्‍सीजन की कमी lack of oxygen महसूस की गई थी। जरूरत के समय ट्रेनों के जरिये एक जगह से दूसरे जगह तक ऑक्‍सीजन की आपूर्ति की गई थी। आगे इस समस्या का ध्यान रखते हुए बिहार Bihar में बड़ा फैसला लिया गया है। गोपालगंज Gopalganj जिले के थावे के जंगल में बिहार का पहला ऑक्सीजन पार्क Bihar's first Oxygen Park बनाया जाएगा। आजादी के अमृत महोत्सव Aajaadi Ka Amrt Mahotsav के तहत देश के 75 शहरों के वन क्षेत्रों को नगर वन योजना से विकसित किया जा रहा है। गोपालगंज के पास स्थित थावे जंगल का इसके लिए चयन किया गया है।

इस बारे में क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक एके द्विवेदी Regional Chief Forest Conservator AK Dwivedi ने बताया कि नगर वन में कई तरह के पार्क बनाए जाएंगे। इन्‍हीं में से एक ऑक्‍सीजन पार्क भी होगा। द्विवेदी ने बताया कि ऑक्सीजन पार्क का मूल उदेश्य ऑक्‍सीजन की उपलब्‍धता बनाए रखना है। यह पार्क कोई साधारण पार्क नहीं होगा, बल्कि यहां तमिलनाडु के सलेम स्थित पेरियार विश्वविद्यालय Periyar University की तर्ज पर बांस की खास किस्म के पौधे लगाए जाने की तैयारी है। जिला मुख्यालय से 6 किलोमीटर दूर थावे में 12.63 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले इस जंगल में देशभर से पर्यटक सालों भर आते हैं। 

वहीं दूसरी ओर इस बारे मे वन प्रमंडल पदाधिकारी राम सुंदर एम Forest Divisional Officer Ram Sundar M ने बताया कि थावे में बनने वाले ऑक्सीजन पार्क में भीमा प्रजाति के बांस Bhima species of bamboo के पौधे लगाए जाएंगे।  ये पौधे जब पेड़ बन जाएंगे तो लोगों को इससे ऑक्सीजन मिल पाएगा। भीमा बांस के पेड़ की खासियत यह है कि ये अन्य पेड़ों के मुकाबले 35 फीसदी अधिक ऑक्सीजन वातावरण में छोड़ता है।  साथ ही यह पेड़ ज्यादा समय तक जीवित भी रहता है। 

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