Facebook ने अपने प्लेटफॉर्म पर एक नया ग्रुप निकनेम्स फीचर लॉन्च किया है, जो आपको असली नाम के बिना पोस्ट करने की सुविधा देगा। जानिए यह क्या है, और कैसे काम करेगा।
अब फेसबुक ग्रुप्स में यूजर अपने असली नाम की जगह एक अलग यूजरनेम या निकनेम इस्तेमाल कर सकते हैं।
जब आप ग्रुप में पोस्ट, कमेंट या रिएक्शन देंगे, तो प्रोफाइल का असली नाम नहीं दिखेगा। उसकी जगह आपका चुना हुआ निकनेम दिखाई देगा। इससे ग्रुप के अंदर आपकी एक अलग पहचान बन सकेगी जैसे रेडिट या डिस्कॉर्ड में होती है।
नहीं, यह पूरी तरह anonymous नहीं है। बस ग्रुप के भीतर आपकी पहचान अलग दिखेगी, लेकिन फेसबुक को आपकी असली पहचान पता रहेगी।
यह फीचर इसलिए खास है, क्योंकि फेसबुक हमेशा असली नाम इस्तेमाल करने पर जोर देता था। अब निकनेम की सुविधा देना उसकी इस पॉलिसी में बड़ा बदलाव माना जा रहा है।
मेटा का कहना है, कि कई फेसबुक ग्रुप्स में लोग अपनी प्राइवेसी को लेकर काफी सचेत रहते हैं। ऐसे में यह निकनेम फीचर उनकी मदद करेगा। इसके जरिए यूजर अपना असली प्रोफाइल नाम छुपाकर ग्रुप में किसी दूसरे नाम से दिख सकते हैं। यानी आपकी पहचान सुरक्षित रहेगी, लेकिन आप ग्रुप में एक्टिव भी रह सकेंगे। जैसे-जैसे फेसबुक ग्रुप्स बड़े समुदायों का हिस्सा बनते जा रहे हैं, यूजर्स को ज्यादा कंट्रोल और प्राइवेसी देने की जरूरत बढ़ी है। यह नया फीचर उसी जरूरत को पूरा करने की दिशा में उठाया गया कदम है।
किसी ग्रुप में निकनेम सेट करने के बाद आप उसी नाम से पोस्ट, कमेंट और रिएक्शन कर पाएंगे। ग्रुप के बाकी लोग आपकी मुख्य प्रोफाइल और प्रोफाइल फोटो नहीं देख पाएंगे। लेकिन ग्रुप एडमिन, मॉडरेटर और फेसबुक आपकी असली पहचान देख सकेंगे। निकनेम के आधार पर लोग आपकी पुरानी पोस्ट और पिछले हफ्ते की गतिविधि देख पाएंगे। फेसबुक आपको निकनेम और प्रोफाइल इमेज के सुझाव देगा, लेकिन नाम चुनने का पूरा अधिकार आपका है। निकनेम ग्रुप के अंदर यूनिक होना चाहिए और फेसबुक के नियमों का पालन करना जरूरी है। आप निकनेम बदल सकते हैं, लेकिन हर दो दिन में सिर्फ एक बार। नया निकनेम बदलते ही पुराने सभी पोस्ट और कमेंट पर भी लागू हो जाएगा। अगर आप कई ग्रुप्स में हैं, तो हर ग्रुप के लिए अलग निकनेम बना सकते हैं।
आप ग्रुप में अपना अलग नाम दिखा सकेंगे। लेकिन लाइव वीडियो, कुछ तरह की पोस्ट/कंटेंट शेयर करना और प्राइवेट मैसेजेस भेजना संभव नहीं होगा। किसी को ब्लॉक कर सकते हैं, लेकिन सिर्फ उसके निकनेम के आधार पर। यह फीचर दुनिया भर में उपलब्ध है। इसे चालू करने की जिम्मेदारी ग्रुप एडमिन की है। जब एडमिन इसे ऑन करेगा, तभी यूजर्स इसे इस्तेमाल कर पाएंगे।