Electric Vehicle: प. बंगाल सरकार की 1200 इलेक्ट्रिक बसों को लाने की तैयारी, ये है बड़ी वजह

575
31 Oct 2022
min read

News Synopsis

Electric Vehicle: पश्चिम बंगाल West bengal में बढ़ते प्रदूषण Pollution पर रोक लगाने के लिए वहां की सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। राज्य के परिवहन विभाग transport dept के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया है कि वायु प्रदूषण air pollution को कम करने के लिए अगले दो सालों में कोलकाता kolkata में करीब 1200 इलेक्ट्रिक बसें लाई जाएंगी। गौर करने वाली बात ये है कि, इनमें से 400 बसें जनवरी 2023 तक सड़कों पर आ जाएंगी। परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि विभाग सिर्फ इलेक्ट्रिक बसों electric buses पर ही फोकस नहीं कर रहा है।

बल्कि, राज्य के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में सीएनजी से चलने वाली बसों cng buses पर भी काम किया जा रहा है। पर्यावरण कार्यकर्ता environment activist सुभाष दत्ता subhash dutta ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया और इसे एक अच्छी शुरुआत बताया है। उन्होंने कहा कि कोलकाता में करीब 10 से 12 लाख वाहनों के चलने के पैमाने को देखते हुए यह सरकार की ओर से उठाया गया एक सकारात्मक कदम positive step है। मौजूदा समय में भी राज्य में इलेक्ट्रिक बसों को चलाया जा रहा है। पूर्वी महानगर में करीब 80 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जा रही हैं।

इन बसों को कैपेक्स मॉडल capex model के तहत अधिग्रहित किया गया था। नई 1,180 बसों को ओपेक्स मॉडल opex model के तहत अधिग्रहित किया जा रहा है। टाटा कंपनी tata company की ओर से इन बसों के लिए कुछ सुविधाएं दी जाएंगी। इन बसों की खरीद के बाद कंपनी की ओर से ड्राइवर मुहैया करवाए जाएंगे। इन बसों में कंडक्टर conductor, वेस्ट बंगाल ट्रांस्पोर्ट West Bengal Transport Corporation (wbtc) के होंगे। जिन बसों को खरीदा गया है उनमें से करीब 750 बसें 12 मीटर लंबी होंगी जबकि बाकी बसों की लंबाई आठ मीटर की होगी।

Podcast

TWN In-Focus