ऑनलाइन रेस्टोरेंट कंपनी रेबेल फूड्स के D2C प्लेटफॉर्म ईटश्योर EatSure ने एक नया फीचर लॉन्च करने की घोषणा की, जिससे यूजर एक ही ऑर्डर में कई रेस्टोरेंट से ऑर्डर कर सकेंगे। इसके साथ ही यह फर्म ऐसा करने वाली भारत की पहली फूड डिलीवरी ऐप बन गई है।
भारत के फूड डिलीवरी मार्केट में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी रखने वाली स्विगी और ज़ोमैटो ने पहले ग्रुप ऑर्डरिंग फीचर पेश किया था, जिससे कई यूजर एक कार्ट में आइटम जोड़ सकते थे। ज़ोमैटो यूजर को एक बार में 4 अलग-अलग कार्ट बनाने की सुविधा भी देता है।
कंपनी ने कहा कि ग्रुप के सभी मेंबर्स किसी भी रेस्टोरेंट से अपनी पसंदीदा चीजें जोड़ सकेंगे, जबकि उन्हें शेयर की गई कार्ट और ऑर्डर की प्रगति की पूरी जानकारी होगी।
"ऑर्डर और पेमेंट को अंतिम रूप देने के लिए जिम्मेदार होस्ट आसानी से एक यूनिक इनवाइट लिंक शेयर कर सकता है, जिससे अन्य लोगों के लिए ऐप या वेबसाइट के माध्यम से ग्रुप में शामिल होना आसान हो जाता है," कंपनी ने कहा। यह प्लेटफ़ॉर्म के एंड्रॉइड ऐप और वेबसाइट पर लाइव है।
2011 में स्थापित रेबेल फूड्स ने बार-बार पूरे स्टैक के मालिक होने और कंस्यूमर्स को मल्टी-ब्रांड अनुभव प्रदान करने की इच्छा व्यक्त की है। यह स्ट्रेटेजी ज़ोमैटो और स्विगी से अलग है, जो यूजर्स को एक समय में केवल एक रेस्टोरेंट से ऑर्डर करने की अनुमति देते हैं।
रिबेल फूड्स ईटश्योर के को-फाउंडर और सीईओ सागर कोचर Sagar Kochhar ने कहा "यह सिर्फ फ़ूड का ऑर्डर देने से कहीं अधिक है, यह एक शेयर कुलिनरी जर्नी के माध्यम से लोगों को जोड़ने के बारे में है।"
ईटश्योर 80 से ज़्यादा शहरों में 15 से ज़्यादा क्लाउड किचन ब्रांड ऑपरेट करता है, जिसमें फासोस, वेंडीज़, बेहरोज़ बिरयानी, ओवनस्टोरी पिज़्ज़ा, स्वीट ट्रुथ और लंचबॉक्स ब्रांड शामिल हैं। ग्रुप ऑर्डरिंग फीचर अब मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद सहित 75 से ज़्यादा शहरों में उपलब्ध है।
केकेआर और पीक XV पार्टनर्स जैसी कंपनियों के समर्थन से रेबेल फ़ूड्स 2026 तक इंडियन मार्केट्स में लिस्ट होने की भी योजना बना रहा है। इसने हाल ही में तामासेक के नेतृत्व में 210 मिलियन डॉलर की फंडिंग हासिल की है, जिससे स्टार्टअप का इवैल्यूएशन 1.4 बिलियन डॉलर हो गया है।
क्लाउड किचन ऑपरेटर का लक्ष्य 2029 तक अपने डार्क किचन (वेटर और सिटिंग) नेटवर्क को मौजूदा 450 से बढ़ाकर 800 करना है। मौजूदा 80 शहरों से कंपनी का लक्ष्य तब तक 200 शहरों तक पहुँचना है। यह यूके और यूएई में भी काम करता है।
रेबेल ONDC नेटवर्क में भी शामिल हो गया है, जिसका लक्ष्य कई कंस्यूमर टचपॉइंट बनाना है।