DRDO ने बिना पायलट के विमान की पहली उड़ान को बनाया सफल 

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02 Jul 2022
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News Synopsis

मानव रहित लड़ाकू विमान Unmanned Fighter Aircraft विकसित करने की दिशा में भारत India को एक बड़ी सफलता मिली है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन Defense Research and Development Organization DRDO ने शुक्रवार को कर्नाटक के चित्रदुर्ग Chitradurga of Karnataka में अपने पूर्ण स्वचालित विमान की पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की। इस संबंध में एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि मानवरहित विमान ने सटीकता के साथ उड़ान भरी और फिर सुगम तरीके से जमीन पर उतर गया। डीआरडीओ ने ऑटोनॉमस फ्लाइंग विंग टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर Autonomous Flying Wing Technology Demonstrator की पहली उड़ान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है।

बयान के अनुसार यह उड़ान भविष्य के मानवरहित विमानों के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों को साबित करने के मामले में एक प्रमुख उपलब्धि है और यह सामरिक रक्षा प्रौद्योगिकियों में आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। डीआरडीओ ने अपने बयान में कहा गया कि इस मानवरहित वायुयान को वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान बेंगलुरु Aeronautical Development Establishment Bengaluru द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है जो डीआरडीओ की एक प्रमुख अनुसंधान प्रयोगशाला है।

आपको बता दें कि यह एक छोटा मानव रहित विमान है। इसमें टर्बोफैन इंजन Turbofan Engine लगा है। इसमें लगे एयरफ्रेम और यहां तक कि निचला ढांचा, पहिए, फ्लाइट कंट्रोल और वैमानिकी सिस्टम भारत में ही तैयार किए गए हैं। डीआरडीओ की इस कामयाबी पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह Defense Minister Rajnath Singh ने ट्वीट करके बधाई दी है। उन्होंने कहा कि चित्रदुर्ग एटीआर की तरफ से ऑटोनॉमस फ्लाइंग विंग टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर की पहली सफल उड़ान पर बधाई। ऑटोनोमस विमान तैयार करने की दिशा में ये एक बड़ी उपलब्धि है।

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