अमेरिका में बढ़ी भारत में तैयार हीरे की डिमांड, जीडीपी में है इतना योगदान

345
25 Aug 2022
min read

News Synopsis

ग्लोबल मार्केट Global Market में बिकने वाले करीब 95 फीसदी हीरों की कटिंग और पॉलिशिंग Cutting & Polishing भारत में ही की जाती है। अच्छी बात ये है कि अमेरिका USA समेत दुनियाभर के बाजारों में भारतीय लैब्स Indian Labs में तैयार हीरे की मांग बढ़ती जा रही है। बाजार से जुड़े जानकारों के मुताबिक हीरों के कारोबार को लैब Laboratory में बन रहे हीरों से बहुत फायदा मिल रहा है। इन हीरों को तैयार करने में कम कार्बन फुटप्रिंट Carbon Footprint, साइज और अच्छी गुणवत्ता Size & Good Quality खरीदारों को खूब आकर्षित कर रही है।

इन हीरों का सबसे बड़ा खरीदार अमेरिका USA है। गौर करने वाली बात ये है कि वर्ष 2000 में प्रयोगशाला में हीरे तैयार करने वाली महज कुछ ही कंपनियां थीं। अब 25 से अधिक कंपनियां इस कारोबार में लगी हुई हैं। दुनियाभर में लैब में तैयार हीरों के उत्पादन Diamond Production की बात की जाए तो इसमें भारत का योगदान लगभग 15 फीसदी है। गुजरात के सूरत शहर को रफ डायमंड की कटिंग और पॉलिशिंग Cutting & Polishing के कारोबार का हब माना जाता है।

बीते वर्ष भारत से 25.47 अरब अमेरिकी डॉलर US Dollar के कट और पॉलिश Cut & Polish किए गए हीरों का निर्यात किया गया। भारत की जीडीपी में हीरा कारोबार का 7.5 फीसदी योगदान रहा। इस वित्तीय वर्ष में भारतीय हीरा उद्योग Indian Diamond Industry ने 24 अरब डॉलर के कारोबार का लक्ष्य रखा है।  

Podcast

TWN In-Focus