सिट्रोन की नई एसयूवी Citroen Basalt एक बार फिर चर्चा में है, लेकिन इस बार चर्चा किसी फीचर या डिजाइन की वजह से नहीं है, बल्कि सेफ्टी रेटिंग को लेकर है। हाल ही में Latin NCAP (लैटिन न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम) ने ब्राजील में बनी Citroen Basalt का क्रैश टेस्ट किया, जिसमें इस कार को 0 स्टार यानी जीरो रेटिंग दी गई।
दूसरी ओर भारत में बनी Citroen Basalt ने Bharat NCAP के टेस्ट में 4 स्टार की रेटिंग हासिल की थी। यानी प्लेटफॉर्म एक ही होते हुए भी भारत में बनने वाले मॉडल में कुछ एडिशनल सिक्योरिटी फीचर्स दिए गए हैं, जिनकी वजह से प्रदर्शन बेहतर रहा है।
Latin NCAP की रिपोर्ट के मुताबिक ब्राजील में बनी सिट्रोन बेसाल्ट को क्रैश टेस्ट में सिर्फ 15.79 अंक मिले हैं, जो वयस्कों की सुरक्षा के मामले में 39% रेटिंग दिखाते हैं। फ्रंटल इम्पैक्ट टेस्ट में कार ने ड्राइवर और फ्रंट पैसेंजर के सिर और गर्दन को अच्छी सुरक्षा दी, लेकिन ड्राइवर की छाती की सुरक्षा औसत रही और पैसेंजर की छाती की सुरक्षा कमजोर पाई गई। इसका कारण सीटबेल्ट प्री-टेंशनर का सही तरह से काम न करना बताया गया।
ड्राइवर और पैसेंजर के घुटनों को भी कम सुरक्षा मिली, क्योंकि टक्कर के दौरान डैशबोर्ड के पीछे के हिस्से से चोट लगने का खतरा रहता है।
साइड इम्पैक्ट टेस्ट में सिट्रोन बसाल्ट ने सिर, छाती, पेट और पेल्विस को अच्छी सुरक्षा दी। हालांकि साइड पोल टेस्ट नहीं किया गया क्योंकि इस मॉडल में साइड हेड प्रोटेक्शन एयरबैग्स उपलब्ध नहीं हैं।
बच्चों की सुरक्षा जांच में इस कार ने 28.59 अंक हासिल किए, जो 58% सुरक्षा रेटिंग के बराबर है। टेस्ट के दौरान तीन साल और डेढ़ साल के बच्चों के डमी इस्तेमाल किए गए, जिन्हें पीछे की ओर मुंह करके ISOFIX फिटिंग और सपोर्ट लेग के साथ लगाया गया था।
तीन साल के डमी को सिर की अच्छी सुरक्षा मिली, जबकि डेढ़ साल के डमी को लगभग पूरी तरह सुरक्षित पाया गया। हालांकि उसकी छाती पर झटका तय सीमा से थोड़ा ज़्यादा था। साइड इम्पैक्ट टेस्ट में छोटे बच्चे की सुरक्षा ठीक रही, लेकिन बड़े बच्चे का सिर कार के अंदरूनी हिस्से से टकरा गया।
कुछ चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम्स (CRS) इंस्टॉलेशन टेस्ट में फेल हुए। कार में सभी सीटों पर 3-पॉइंट सीट बेल्ट्स दी गई हैं, लेकिन एयरबैग चेतावनी संकेत Latin NCAP की गाइडलाइन के अनुरूप नहीं हैं। साथ ही, फ्रंट पैसेंजर एयरबैग को डिसेबल करना संभव नहीं है।
पैदल यात्रियों और कमजोर सड़क यूजर्स की सुरक्षा के मामले में Citroen Basalt ने 25.62 अंक (53%) हासिल किए। इसका मतलब है, कि कार का डिजाइन पैदल यात्रियों को आंशिक रूप से सुरक्षा प्रदान करता है, लेकिन सिर या पैर के लिए सुरक्षा स्तर बहुत बेहतर नहीं है।
भारत और ब्राजील दोनों जगह बनी सिट्रोन बेसाल्ट का प्लेटफॉर्म एक जैसा है, लेकिन भारतीय मॉडल में ज्यादा सेफ्टी फीचर्स और मजबूत बॉडी स्ट्रक्चर दिए गए हैं। इसी वजह से भारत में बनी Citroen Basalt को Bharat NCAP टेस्ट में 4 स्टार रेटिंग मिली, जबकि ब्राजील में बनी कार को सिर्फ 0 स्टार मिले हैं।