फार्मा मेजर सिप्ला Cipla ने भारत में अस्थमा की समय पर और सुविधाजनक पहली जांच को सक्षम करने के लिए डिज़ाइन किया गया मोबाइल एप्लिकेशन CipAir लॉन्च करने की घोषणा की। ऐप का उद्देश्य लोगों को अस्थमा होने की संभावना को समझने में मदद करके उन्हें सशक्त बनाना है, जिससे उन्हें समय पर इंटरवेंशन और मैनेजमेंट की सुविधा मिल सके।
ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज रिपोर्ट के अनुसार भारत में अस्थमा का कुल बोझ 34.3 मिलियन होने का अनुमान है। ग्लोबल अनुपात की तुलना में भारत में मृत्यु दर तीन गुना अधिक है, और अस्थमा से जुड़ी विकलांगता का बोझ दो गुना अधिक है। एक्सपर्ट्स का कहना है, कि इसका एक कारण अस्थमा का कम निदान और अपर्याप्त ट्रीटमेंट है।
इस संदर्भ में मोबाइल-बेस्ड असेसमेंट अस्थमा की जांच के लिए एक आसान और सुविधाजनक शुरुआती बिंदु के रूप में कार्य करता है। यह पहले निदान की सुविधा प्रदान कर सकता है, जिससे अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति अपनी स्थिति को अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित कर सकते हैं, और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
एंड्रॉइड पर उपलब्ध और बाद में iOS डिवाइस पर भी उपलब्ध होने वाला सिपएयर एक फ्री, इनोवेटिव टूल है, जिसे सिप्ला के ब्रीथफ्री मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है, जो श्वसन देखभाल के लिए मौजूदा पेशेंट सपोर्ट इकोसिस्टम है। एक मालिकाना एल्गोरिदम और सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके यह टूल मोबाइल फ़ोन को अस्थमा स्क्रीनिंग डिवाइस में बदल देता है। यह टूल यूजर्स को एक सरल, इंटरैक्टिव प्रोसेस के माध्यम से मार्गदर्शन करता है, एक शांत सेटिंग में यूजर्स स्क्रीन पर प्रदर्शित एक आभासी मोमबत्ती को बुझाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए तीन साँस छोड़ते हैं।
इस प्रोसेस के दौरान सिपएयर यूजर्स के प्रयास, टेस्ट की क्वालिटी और सटीक परिणाम सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदमों पर वास्तविक समय की प्रतिक्रिया प्रदान करता है। अस्थमा के संकेत देने वाले यूनिक एकॉस्टिक पैटर्न का पता लगाने के लिए साँस छोड़ने की आवाज़ का बैकएंड पर अनलिज़्ड किया जाता है। एक मिनट के भीतर यूजर्स को तीन क्षेत्रों में वर्गीकृत परिणाम प्राप्त होते हैं - लाल, पीला या हरा, साथ ही परिणामों के आधार पर सुझाए गए कार्य।
सिप्ला के मैनेजिंग डायरेक्टर और ग्लोबल सीईओ उमंग वोहरा Umang Vohra ने कहा "एआई-led टेक्नोलॉजी पर्सनल हेल्थ केयर को सुलभ और यूजर के अनुकूल बनाने की दिशा में एक और कदम आगे है।"
सिप्ला के वन इंडिया बिजनेस के सीईओ अचिन गुप्ता Achin Gupta ने कहा "सिपएयर एक शक्तिशाली चिकित्सकीय रूप से मान्य टूल है, जो रोगियों के हाथों में स्वास्थ्य रखता है, और अस्थमा के खिलाफ समय पर हस्तक्षेप करने में सक्षम बनाता है, ताकि उन्हें अपने जीवन की क्वालिटी से समझौता न करना पड़े। यह हमारा दृढ़ संकल्प है, कि हम भारत को अपने बढ़ते अस्थमा के बोझ से निपटने में मदद करें और ऐसे कटिंग-एज सोलूशन्स के माध्यम से मुक्त साँस लें जो अस्थमा केयर इकोसिस्टम को मजबूत करते हैं।"
एडल्ट्स में अस्थमा, श्वसन संबंधी लक्षणों और क्रोनिक ब्रोंकाइटिस की महामारी विज्ञान पर भारतीय अध्ययन ने 2.05 प्रतिशत की ओवरआल व्यापकता के साथ अस्थमा का राष्ट्रीय बोझ 17.23 मिलियन होने का अनुमान लगाया है। हाल ही में ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज (GBD, 1990-2019) ने भारत में अस्थमा के कुल बोझ का अनुमान 34.3 मिलियन लगाया है, जो ग्लोबल बोझ का 13.09 प्रतिशत है। इसने यह भी बताया कि भारत में अस्थमा के कारण प्रति हजार 13.2 मौतें होती हैं। कुल मिलाकर भारत में अस्थमा के बोझ के ग्लोबल अनुपात की तुलना में मृत्यु दर तीन गुना अधिक है, और DALYs दो गुना से अधिक है। DALYS का अर्थ है, समय से पहले मृत्यु के कारण खोए जीवन के वर्षों और एक आबादी में बीमारी या स्वास्थ्य स्थिति के प्रचलित मामलों के कारण विकलांगता के साथ जीए गए वर्षों का योग।