दुनिया भर में करीब 14,000 कर्मचारियों की छंटनी के बीच Amazon ने भारत के लिए अब तक की सबसे बड़ी घोषणा कर दी है, कंपनी का कहना है, कि वह 2030 तक देश में 10 लाख नई नौकरी के अवसर पैदा करेगी, यह घोषणा नई दिल्ली में आयोजित Amazon Smbhav Summit के दौरान की गई, जहां कंपनी ने आने वाले वर्षों में भारत में अपने निवेश का रोडमैप भी बताया, Amazon के अनुसार यह लक्ष्य सीधे, परोक्ष, मौसमी और सपोर्ट इंडस्ट्री की नौकरियों को मिलाकर पूरा किया जाएगा।
Amazon ने पुष्टि की है, कि वह 2030 तक भारत में $35 बिलियन (करीब ₹3.14 लाख करोड़) का अतिरिक्त निवेश करेगी, यह निवेश उन करीब $40 बिलियन के ऊपर होगा, जो कंपनी पहले ही 2010 में भारत में प्रवेश करने के बाद लगा चुकी है, यह घोषणा ऐसे समय में आई है, जब माइक्रोसॉफ्ट ने भी भारत में ₹1.5 लाख करोड़ निवेश करने की बात कही है, इससे साफ दिखता है, कि ग्लोबल टेक कंपनियां भारत बाजार को आने वाले समय में एक बड़ी ताकत के रूप में देख रही हैं।
Amazon ने कहा कि उसका नया निवेश तीन बड़े लक्ष्यों पर केंद्रित होगा- AI आधारित डिजिटलीकरण, भारतीय निर्यात को बढ़ाना, और रोजगार के नए अवसर तैयार करना, कंपनी का मानना है, कि यह निवेश भारत के डिजिटल और मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम को और मजबूत करेगा, पिछले वर्षों में Amazon ने देश में बड़े फुलफिलमेंट सेंटर, ट्रांसपोर्ट नेटवर्क, डिजिटल पेमेंट सिस्टम, डेटा सेंटर और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किए हैं, जिनकी वजह से लाखों छोटे बिज़नेस ऑनलाइन आए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार Amazon ने 2024 में भारत में लगभग 28 लाख रोजगार अवसरों को डायरेक्ट, इनडायरेक्ट और मौसमी तौर पर सपोर्ट किया, कंपनी यह भी बताती है, कि उसने देशभर के 1.2 करोड़ से ज्यादा छोटे कारोबारियों को डिजिटल बनाने में मदद की है, और अब तक $20 बिलियन से ज्यादा ई-कॉमर्स निर्यात सक्षम किए हैं।
Amazon का कहना है, कि 2030 तक बनने वाली नई नौकरियां उसके बढ़ते फुलफिलमेंट नेटवर्क, डिलीवरी नेटवर्क, पैकेजिंग, मैन्युफैक्चरिंग और ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री से आएंगी, जैसे-जैसे कंपनी का इकोसिस्टम बढ़ेगा और ज्यादा सेलर्स प्लेटफॉर्म से जुड़ेंगे, वैसे-वैसे रोजगार के नए अवसर भी बढ़ेंगे।
Amazon के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अमित अग्रवाल ने कहा कि कंपनी भारत की डिजिटल ग्रोथ के साथ खुद को जुड़ा हुआ महसूस करती है, उन्होंने कहा कि Amazon का लक्ष्य 15 मिलियन (1.5 करोड़) छोटे व्यवसायों तक AI टूल पहुंचाना है, इसके साथ ही कंपनी 40 लाख सरकारी स्कूलों के छात्रों को AI की शिक्षा और प्रैक्टिकल एक्सपोजर देने की योजना बना रही है।
Amazon Global Selling प्रोग्राम ने भारत में 10 साल पूरे कर लिए हैं, और यह पहले ही $20 बिलियन के निर्यात सक्षम कर चुका है, अब इसे तेजी से आगे बढ़ाने के लिए Amazon ने नया कार्यक्रम “Accelerate Exports” लॉन्च किया है, यह प्रोग्राम भारतीय निर्माताओं को ग्लोबल खरीदारों से जोड़ेगा और तिरुपुर, कानपुर, सूरत जैसे 10 से अधिक मैन्युफैक्चरिंग हब में ऑनबोर्डिंग ड्राइव चलाएगा।
दिलचस्प बात यह है, कि Amazon यह सब ऐसे समय में कर रहा है, जब वह दुनिया भर में अपने कॉर्पोरेट कर्मचारियों की संख्या घटा रहा है, अक्टूबर 2025 में कंपनी ने बताया कि वह 14,000 पदों को खत्म कर रही है, कंपनी का कहना है, कि वह अब अपने संसाधनों को जेनरेटिव AI और दीर्घकालिक प्रोजेक्ट्स की तरफ मोड़ रही है, इसलिए उसे lean और efficient होना जरूरी है।