इंग्लैंड के इस ऐलान से भारतीय स्टूडेंट्स के लिए आसान होगी ब्रिटेन की राह 

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02 Jun 2022
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News Synopsis

ब्रिटेन Britain में सोमवार को नई 'हाई पोटेंशियल इंडीविजुअल' High Potential Individual वीजा व्यवस्था की शुरुआत की गई जिससे भारतीयों Indians सहित विश्व के 50 शीर्ष विदेशी विश्वविद्यालयों Foreign Universities के छात्रों को लाभ होगा। भारतीय मूल के मंत्रियों  Ministers of Indian Origin ऋषि सुनक Rishi Sunak और प्रीति पटेल Preeti Patel ने एक संयुक्त बयान में कहा कि इस नई श्रेणी का मकसद दुनियाभर से आने वाली सर्वश्रेष्ठ और मेधावी प्रतिभाओं को आकर्षित करना है। 

आपको बता दें कि HPI वीजा श्रेणी के तहत सफल आवेदकों को दो साल के कार्य वीजा के साथ ही ऐसे लोगों को तीन साल के वीजा की पेशकश की जाएगी जो पीएचडी डिग्री धारक हैं। इस स्थिति में आवेदक के पास नौकरी की पेशकश का पत्र होने की अनिवार्यता भी नहीं रहेगी। HPI वीजा श्रेणी के तहत सफल आवेदकों को दो साल के कार्य वीजा के साथ ही ऐसे लोगों को तीन साल के वीजा की पेशकश की जाएगी जो पीएचडी डिग्री धारक PhD degree holders हैं। इस स्थिति में आवेदक के पास नौकरी की पेशकश का पत्र होने की अनिवार्यता भी नहीं रहेगी। 

HPI वीजा रूट का फायदा उठाने के लिए कुछ शर्तें हैं। पहली कि स्टूडेंट्स के पास कम से कम 1,24,462.63 रुपये होना जरूरी है। दूसरी उसका इंस्टीट्यूट  दुनिया के टॉप 50 इंस्टीट्यूट Institute में शामिल होना चाहिए। स्टूडेंट्स के डिग्री मिलने वाले साल में कम से तीन रैंकिंग्स में से दो में उसे टॉप 50 में शामिल होना जरूरी है। उपर्युक्त शर्तों को पूरा करने वाले स्टूडेंट्स को इंग्लैंड की सरकार Government of England दो साल का वीजा देगी।

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