पेपर बैग दिवस Paper Bag Day हर साल 12 जुलाई को मनाया जाता है और इस दिन को मनाए जाने के पीछे प्लास्टिक Bag के कचरे के होने वाले प्रदूषण के बारे में लोगों को जागरूक करना है। प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग ने प्लास्टिक प्रदूषण के स्तर को खतरनाक बना दिया है। जलवायु परिवर्तन, पर्यावरणीय मुद्दों और संसाधनों की कमी ने धीरे-धीरे लोगों को पेपर बैग सहित स्थायी जीवन शैली विकल्पों को अपनाने के लिए जागृत किया है। इस दिन का उद्देश्य प्लास्टिक के बजाय पेपर बैग के उपयोग को बढ़ावा देना है । पेपर बैग का इस्तेमाल करने के लिए लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए इस दिन का आयोजन किया जाता है। दरअसल Paper Bag कागज से बना हुआ होता है जो कि पर्यावरण पूरक होता है और 4 से 6 हफ्ते में मिट्टी के साथ डीकंपोज Decompose हो जाता है। क्योंकि पेपर पेड़ों से बनता है इसलिए डिस्ट्रॉय होते समय कोई भी हानिकारक केमिकल नहीं छोड़ते हैं और इससे कोई भी नुकसान नहीं होता है। यानि पेपर बैग 100 प्रतिशत रिसाइकिल करने योग्य होते हैं। इस आर्टिकल में आप पेपर बैग दिवस के इतिहास और महत्व के बारे में विस्तार से जान सकते हैं। आइए हम सभी इस पेपर बैग दिवस पर हाथ मिलाएं और पेपर बैग के उपयोग के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाएं। Think With Niche की तरफ से सभी को पेपर बैग दिवस की शुभकामनाएं।
#PaperBagDay
#SaveTheEnvironment
#SayNoToPlastic
आजकल यदि आप कोई भी सामान लेने के लिए मार्केट जाते हैं तो आपने देखा होगा कि शॉपकीपर आपको पॉलिथीन में सामान नहीं देता है और वो आपको सलाह देता है कि आगे से आप जब भी मार्केट आयें तो अपना खुद का बैग ले के आयें। क्योंकि प्लास्टिक की थैलियों पर बैन लग चुका है और ये एक पहल है पर्यावरण को बचाने की #SaveTheEnvironment। हालांकि अभी भी बहुत सारे लोग पॉलिथीन का या प्लास्टिक बैग का यूज़ कर रहे हैं इसलिए प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल विश्व मे 12 जुलाई को पेपर बैग दिवस Paper Bag Day मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य प्लास्टिक कचरे को कम करने में मदद करने के लिए प्लास्टिक के बजाय पेपर बैग का उपयोग करने के बारे में जागरूकता फैलाना है। इस दिन लोगों को यह बताया जाता है कि प्लास्टिक पर्यावरण के लिए कितना हानिकारक है और इसके क्या दुष्प्रभाव हैं। यानि प्लास्टिक बैग के कारण होने वाले प्रदूषण के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए यह दिन मनाया जाता है। तो चलिए विस्तार से पेपर बैग दिवस के इतिहास, महत्व और थीम पर एक नजर डालते हैं।
दरअसल 1852 में, प्लास्टिक के दुरुपयोग को देखते हुए एक अमेरिकी आविष्कारक फ्रांसिस वोले American inventor Francis Wolle ने पेपर बैग Paper Bag का बड़े पैमाने पर उत्पादन करने वाली पहली मशीन का आविष्कार किया। फ्रांसीसी बोले को 1852 में पहले पेपर बैग मशीन का पेटेंट कराने का श्रेय दिया जाता है। फिर 1871 में, मदर ऑफ द ग्रॉसरी बैग mother of the grocery bag के नाम से मशहूर आविष्कारक मार्गरेट ई. नाइट Margaret E. Knight ने एक ऐसी मशीन बनाई जो फ्लैट-तल वाले पेपर बैग बनाती थी। फिर बाद में, चार्ल्स स्टिलवेल ने एक ऐसी मशीन बनाई, जिसने प्लीटेड पक्षों के साथ चौकोर तले वाले पेपर बैग बनाए, जिससे उन्हें ले जाना और मोड़ना आसान हो गया। इसके साथ ही वाल्टर ड्यूबनेर Walter Deubner द्वारा समय के साथ बेहतर पेपर बैग डिजाइन और निर्माण प्रक्रियाएं विकसित की गईं। फिर इसके बाद दुनिया में प्लास्टिक बैन करने की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू किया गया और इस तरह लोगों को इसके बारे में जानकारी हुई। आज फिर से प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग और पर्यावरण पर इसके प्रतिकूल प्रभावों के बाद पेपर बैग ने दुबारा से वापसी की है।
पेपर बैग दिवस को मनाने का उद्देश्य प्लास्टिक के बजाय पेपर बैग के उपयोग को बढ़ावा देना Promote the use of paper bags instead of plastic है। प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग ने प्लास्टिक प्रदूषण plastic pollution के स्तर को बहुत ही खतरनाक बना दिया है जो पूरे विश्व के लिए धीरे धीरे हानिकारक होता जा रहा है। इस दिन, लोगों को कागज के थैलों पर स्विच करने और प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने के लिए अपना योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। पेपर बैग दिवस हर साल 12 जुलाई को प्लास्टिक बैग को छोड़कर पेपर बैग के दैनिक उपयोग की पुष्टि करने के लिए मनाया जाता है।
धीरे धीरे कई अलग-अलग प्रकार के पेपर बैग बनाना शुरू हुए और पेपरबैक के उत्पादन में बढ़त देखने को मिली। आज के समय में आपको भी अलग-अलग प्रकार के पेपर बैग देखने को जाएंगे जैसे कि प्रिंटेड पेपर बैग, डिज़ाइनर बैग आदि।
पेपर बैग दिवस का महत्व प्लास्टिक की थैलियों के उपयोग को कम करना reducing the use of plastic bags और लोगों के बीच यह जागरूकता पैदा करना है कि प्लास्टिक से बने बैग पर्यावरण के लिए कितने हानिकारक हैं क्योंकि इसे सड़ने में हजारों साल लगते हैं। दुनिया भर में लाखों लोगों ने प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग करना बंद कर दिया है और कागज के थैलों पर स्विच कर दिया है। पेपर बैग बायोडिग्रेडेबल biodegradable हैं और हमारे ग्रह को संरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण आधारशिला हैं।
हाँ ये भी सच है कि बहुत से लोग अभी भी पर्यावरण की चिंता किए बिना प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग कर रहे हैं इसलिए 12 जुलाई के दिन को पेपर बैग दिवस के रूप में मनाते हैं। पेपर बैग पर्यावरण के अनुकूल paper bags eco friendly है और यह प्लास्टिक प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। हर वर्ष यह दिन पेपर बैग के लाभों के बारे में लोगों को जागरूक करेगा। पेपर बैग को दोबारा फिर से बनाया जा सकता है, इससे प्लास्टिक बैग के इस्तेमाल और उसकी मात्रा को कम करने में मदद मिलेगी और स्वाभाविक तरीके से प्रदूषण को भी कम किया जा सकता है।
प्लास्टिक एक तरह का जहर है जिसे हम अनजाने में अपनाकर अपना ही नहीं बल्कि अपने लोगों के भी जीवन को खतरे में डाल देते हैं। इस तरह से इससे संपूर्ण विश्व प्रभावित हो रहा है। अब इसके दुष्प्रभाव को देखते हुए सरकार ने इस पर नीतियां बनानी शुरू कर दी हैं। इस दिवस को मनाने का महत्व देश में प्लास्टिक कचरे से निजात पाना getting rid of plastic waste और पेपर बैग की ओर एक कदम बढ़ाना taking a step towards paper bags है। अब लाखों लोग प्लास्टिक बैग के बजाय पेपर बैग का इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
पेपर बैग को उपयोग करने के फायदे निम्न हैं-
पेपर बैग के लाभ पेपर बैग से पर्यावरण को बचाना और उसे नवीकरणीय संसाधनों Renewable Resources में ढालना है।
एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक बैग के विपरीत पेपर बैग कई बार भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
पेपर बैग 100 प्रतिशत रिसाइकिल करने योग्य होते हैं और लगभग एक महीने में सड़ सकते हैं।
पेपर बैग बायोडिग्रेडेबल होते हैं इसलिए इनका उपयोग खाद बनाने के लिए किया जा सकता है।
पेपर से किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता है।
इसकी कोई कीमत नहीं है यानि पेपर बैग सस्ते हैं और यह पुन: प्रयोग किया जा सकता है।
प्लास्टिक बैग की तुलना में ये बैग पालतू जानवरों या अन्य जानवरों के लिए हानिकारक नहीं हैं।
प्लास्टिक प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं।
प्लास्टिक कचरे से निपटने के लिए बेहद ज़रूरी है कि इसके प्रति जनमानस को जागरूक किया जाए, क्योंकि इस मुहिम में जनमानस की भागीदारी बहुत ज़रूरी है। इसके लिए जन आंदोलन चलाया जाना चाहिए। अमूमन हर चीज़ के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल हो रहा है, वो चाहे दूध हो, तेल, घी, आटा, दालें, चावल, मसालें, कोल्ड ड्रिंक, शर्बत, स्नैक्स, दवायें, कपड़े हों या फिर ज़रूरत की दूसरी चीज़ें सभी में प्लास्टिक का इस्तेमाल हो रहा है। आज प्लास्टिक ज़िन्दगी का एक अहम हिस्सा बन चुका है। इससे हमें निजात पाना है। प्लास्टिक की थैलियों के अलावा प्लेट, गिलास और कप भी ख़ूब चलन में हैं। लोग इन्हें इस्तेमाल करते हैं और फिर कूड़े में फेंक देते हैं। लेकिन इस आसानी ने कितनी बड़ी मुश्किल पैदा कर दी है इसका अंदाज़ा अभी लोगों को नहीं है।
प्लास्टिक के थैले अनेक हानिकारक रंगों, रंजक और अन्य तमाम प्रकार के अकार्बनिक रसायनों को मिलाकर बनाए जाते हैं। इनमें से कुछ रसायन कैंसर Cancer को जन्म दे सकते हैं और कुछ खाद्य पदार्थों को विषैला बनाने में सक्षम होते हैं। रंजक पदार्थों में कैडमियम Cadmium जैसी जो धातुएं होती हैं और वो सेहत के लिए बेहद ही खतरनाक हैं। प्लास्टिक का यह कचरा नालियों और सीवरेज व्यवस्था को भी ठप कर देता है। इसके अलावा नदियों में भी इनकी वजह से बहाव पर असर पड़ता है और पानी के दूषित होने से अनेक मछलियों की मौत तक हो जाती है। इसे लेकर भी वैज्ञानिक चेतावनी दे चुके हैं कि 2050 तक समुद्र में मछलियों के बराबर ही प्लास्टिक कचरा जमा हो जाएगा।
नदियों के ज़रिये प्लास्टिक का ये कचरा समुद्र में पहुंच रहा है जिससे कई बीमारियाँ हो रही हैं। वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम World Economic Forum की रिपोर्ट के मुताबिक़ हर साल लगभग 80 लाख टन कचरा समुद्र में मिल रहा है। इसके अलावा प्लास्टिक पशुओं की मौत का भी सबब बन रहा है। कूड़े के ढेर में पड़ी प्लास्टिक की थैलियों को खाकर आवारा पशुओं की बड़ी संख्या में मौतें हो रही हैं। प्लास्टिक के कचरे की समस्या से निजात पाने के लिए प्लास्टिक थैलियों के विकल्प के रूप में पेपर से बने थैलों का इस्तेमाल ज़्यादा से ज़्यादा किया जाना चाहिए। हालांकि अब देश के कई राज्यों में पॉलीथिन और प्लास्टिक से बनी सामग्रियों पर रोक लगाने का ऐलान Announcement to ban materials made of polythene and plastic किया जा चुका है। इसका उल्लंघन करने पर जुर्माने और क़ैद का प्रावधान भी है इसलिए लोग अब जागरूक होते दिखायी दे रहे हैं।
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इस अवसर पर आइए और वादा करें कि खरीदे गए उत्पादों को केवल पेपर बैग में ही घर ले जाएं।
“ग्रह पर कब्जा करना बंद करो – प्लास्टिक की थैलियों को ना कहो।”
यह दिन हमारे लिए स्टोर में रखे सभी प्लास्टिक बैग को फेंकने की याद दिलाता है। अब पर्यावरण प्रदूषण के खिलाफ खड़े हो जाओ।
“कागज के बैग के साथ हरे रंग में जाओ, सब कुछ शानदार है”
पर्यावरण के अनुकूल होने के अलावा, पेपर बैग हल्के होते हैं और उपयोग में आसान होते हैं। हम सभी इस दिन पेपर बैग के बारे में और जानेंगे और लोगों को भी जागरूक करेंगे।
“कागज की थैलियों के साथ दुनिया एक हीरे की तरह है जो हर जगह चमकता है”
हर साल की तरह इस साल भी पेपर बैग दिवस के लिए एक थीम चुनी गयी है। इस साल पेपर बैग दिवस की थीम है, "यदि आप 'शानदार' हैं, तो 'प्लास्टिक' को काटने के लिए कुछ 'नाटकीय' करें, 'पेपर बैग' का उपयोग करें।"
इस थीम से स्पष्ट है कि इस विषय के पीछे का विचार लोगों को प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग करने से रोकना है क्योंकि वे हमारी प्रकृति को अत्यधिक नुकसान पहुंचाते हैं। पेपर बैग भविष्य की पीढ़ियों के लिए पर्यावरण को बचाने के लिए पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। देशवासी प्लास्टिक की थैलियों से पर्यावरण को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा पेपर बैग का प्रयोग करें।