लैपटॉप, घड़ी, ओटीटी आरबीआई की भुगतान प्रणाली में शामिल

Share Us

1717
लैपटॉप, घड़ी, ओटीटी आरबीआई की भुगतान प्रणाली में शामिल
23 Jan 2023
7 min read

News Synopsis

Latest Updated on 23 January 2023

हम कार्ड से कैसे भुगतान करते हैं, इसके बारे में रिज़र्व बैंक Reserve Bank ने नियमों को अद्यतन किया है। नए नियम 1 जनवरी, 2022 से लागू होने शुरू हो जाएंगे, लेकिन बैंक ने समय सीमा को 30 सितंबर, 2022 तक बढ़ाने का फैसला किया है। ऐसे में ग्राहकों को टोकनाइजेशन Tokenization नामक एक नई प्रणाली का उपयोग करना होगा। कि स्टोर संचालक Store Operator ग्राहकों की कार्ड डिटेल स्टोर नहीं कर पाएंगे। इस तरह कार्ड धारकों की डेटा गोपनीयता सुरक्षित रहेगी।

यह नियम 1 जनवरी, 2022 से लागू था, लेकिन इसे 30 सितंबर, 2022 तक बढ़ा दिया गया था। कि आरबीआई अब इस अवधि को और नहीं बढ़ाना चाहता, इसलिए अगले महीने के लिए नियम डेबिट और क्रेडिट कार्ड Credit Card से भुगतान करना बदल सकता है। अगर ऐसा होता है तो उसकी जगह आरबीआई द्वारा निर्धारित नई भुगतान प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा।

यह प्रणाली वर्तमान प्रणाली से अलग है, जहां बैंक या अन्य व्यवसाय Business आपके कार्ड डेटा को स्टोर कर सकते हैं। इस नई प्रणाली के साथ जारी करने वाला बैंक या कार्ड नेटवर्क ही आपके लेन-देन/भुगतान के बारे में जानकारी संग्रहीत Information Stored कर सकता है। अन्य संस्थाएं, जैसे व्यवसाय, केवल सीमित डेटा स्टोर कर सकते हैं, जैसे कार्ड नंबर और कार्ड जारीकर्ता के नाम के अंतिम चार अंक। वास्तविक कार्ड चित्र Card Picture जैसी अन्य जानकारी संग्रहीत नहीं की जाएगी।

यह नियम मोबाइल Mobile, लैपटॉप Laptop, डेस्कटॉप स्मार्ट वॉच Desktop Smart Watch या किसी अन्य डिवाइस के जरिए किए जाने वाले पेमेंट पर भी लागू होगा। आपका टोकन सेवा प्रदाता द्वारा जारी किया जाएगा। आप भुगतान करने के लिए इस टोकन का उपयोग कर सकेंगे। जो टोकन के रूप में कार्ड डेटा जारी करने की अनुमति केवल ग्राहक की सहमति से ही दी जाएगी।

Last Updated on 26 August 2021

RBI सुरक्षा कारणों के मद्देनज़र अपने नियमों में बदलाव करती रहती है। RBI ने पैसे के लेन-देन को लेकर अपने नियमों में फिर से बदलाव किया है। जहाँ पर पहले ग्राहक केवल मोबाइल और टेबलेट की मदद से पैसे का हस्तानांतरण कर पाते थे, परन्तु अब वह लैपटॉप, डेस्कटॉप, हाथ-घड़ी और ओटीटी से सम्बंधित उपकरणों से भी लेन-देन कर पाएंगे। लैपटॉप और ओटीटी जैसे उपकरणों से पैसे स्थानांतरण नहीं हो पाते थे, जिससे इन उपकरणों का इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों को अपने काम में बाधा आती थी। साथ में किसी दूसरे के उपकरण और मेल के इस्तेमाल से सुरक्षा संबंधों में भी खतरा बना रहता था। टोकन की सुविधा इन उपकरणों में देने से अब ग्राहकों का काम और भी आसान होगा। RBI का यह कदम लोगों को उनके काम को आसानी से होने में सहायता प्रदान करेगा और सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगा।