वो किताबें जिनके बिना अधूरा है हिंदी साहित्य

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वो किताबें जिनके बिना अधूरा है हिंदी साहित्य
24 Sep 2021
9 min read

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हमने सोचा कि क्यों ना आपको हिंदी साहित्य की उन किताबों के बारे में बताया जाए, जिनके बिना हिंदी साहित्य अधूरा है। अगर आप भी इस महामारी के दौर में फ़िल्में और वेब सीरीज देख कर बोर हो गए हैं और कुछ नया करने का सोच रहे हैं, तो किताबें पढ़ना आपको लिए अच्छा रहेगा। अगर आपने भी इससे पहले हिंदी साहित्य की पुस्तकें नहीं पढ़ी हैं, तो ये बिलकुल सही समय है। आइए जानते हैं उन किताबों के बारे में जिन्हें आपको अवश्य पढ़ना चाहिए।

जब हमें किसी भी देश की कला और संस्कृति के बारे में जानना होता है तो हम उस देश में प्रयोग में आने वाली भाषा, उस देश में मनाए जाने वाले त्योहार, उस देश में पसंद किए जाने वाले व्यंजन, वहाँ के रिवाज, शिष्टाचार, खेल, धर्म आदि के बारे में किताबें पढ़ते हैं, उस देश के अलग-अलग स्थान की यात्रा करते हैं, वहाँ के लोगों से सवाल करते हैं, आदि। किसी भी देश की कला और संस्कृति को जानने का एक और तरीका है, वहाँ के साहित्य को जानना। 

आपने चार्ल्स डिकेंस, विलियम शेक्सपीयर, जेन आस्टिन, वर्जिनिया वुल्फ़, मार्क ट्वेन जैसे महान लेखकों की पुस्तकों के बारे में तो जरूर सुना होगा। आज हमने सोचा कि क्यों ना आपको हिंदी साहित्य की उन किताबों के बारे में बताया जाए, जिनके बिना हिंदी साहित्य अधूरा है। हिंदी साहित्य लोगों को विस्मित करने में हमेशा सफल हुआ है और हो भी क्यों ना, सच कहें तो हिंदी साहित्य तो हमारी कल्पना से परे है। मुंशी प्रेमचंद से लेकर हरिवंश राय बच्चन तक, धर्मवीर भारती से लेकर काशीनाथ सिंह तक, राहुल सांकृत्यायन से लेकर हरिशंकर परसाई तक, सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन से लेकर जयशंकर प्रसाद जैसे प्रसिद्ध लेखकों ने कुछ ऐसी कहानियां, कविताएं, नाटक, आत्मकथा और उपन्यास लिखे हैं, जो हिंदी साहित्य में सदा के लिए अमर हो गए हैं। 

तो फिर देर किस बात की, अगर आप भी इस महामारी के दौर में फ़िल्में और वेब सीरीज देख कर बोर हो गए हैं और कुछ नया करने का सोच रहे हैं, तो किताबे पढ़ना आपको लिए अच्छा रहेगा। अगर आपने भी इससे पहले हिंदी साहित्य की पुस्तकें नहीं पढ़ी है तो ये बिलकुल सही समय है। आइए जानते हैं उन किताबों के बारे में जिन्हें आपको अवश्य पढ़ना चाहिए।

1.कितने पाकिस्तान

जितना अनोखा इस उपन्यास का नाम है, उतना ही अद्भुत यह उपन्यास है। कितने पाकिस्तान उपन्यास कमलेश्वर द्वारा सन् 2000 में लिखा गया था। इस उपन्यास में इतिहास के कुछ चर्चित चेहरे जैसे एडॉल्फ हिटलर, बाबर और औरंगजेब, सद्दाम हुसैन आदि को एक काल्पनिक अदालत में पेश किया गया है और उनके द्वारा लिए गए निर्णयों की चर्चा की गई है। उपन्यास में राष्ट्रवाद, हिंदुत्व, सांप्रदायिकता, समाजवाद जैसे विचारों का जिक्र है। अगर आप भी देश की कला, संस्कृति, इतिहास और राजनीति में रुचि रखते हैं और इस बारे में और जानना चाहते हैं, तो कितने पाकिस्तान आपके लिए ही लिखी गई है।

इस उपन्यास के लिए कमलेश्वर को सन् 2003 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

2.काशी का अस्सी

काशी का अस्सी उपन्यास काशीनाथ सिंह द्वारा सन् 2004 में लिखा गया था। काशी, जिसे बनारस और वाराणसी के नाम से भी जाना जाता है, उत्तर प्रदेश में गंगा नदी के तट पर स्थित है। काशी, दुनिया के सबसे धार्मिक स्थलों में से एक है। काशीनाथ सिंह ने काशी का अस्सी उपन्यास में वाराणसी स्थित अस्सी घाट और शहर से संबंधित कहानियां लिखी हैं। इन कहानियों में पूंजीवाद, सांप्रदायिकता, वामपन्थी राजनीति, व्यावसायीकरण, बाबरी मस्जिद और मंडल आयोग का भी जिक्र किया है। काशीनाथ सिंह ने जिस तरह इस उपन्यास को लिखा है, वह इन कहानियों की सुंदरता में चार चांद लगा देता है। यह कहना गलत नहीं होगा कि काशी का अस्सी आज के समय में भी हिंदी साहित्य के रत्नों में से एक है।

इस उपन्यास पर बॉलीवुड फ़िल्म मोहल्ला अस्सी बनी थी, जिसमें सनी देओल और साक्षी तंवर मुख्य किरदार में हैं।

3.गोदान

मुंशी प्रेमचंद जी ने ग्रामीण जीवन के ऊपर कई उपन्यास लिखें है और गोदान उनमें से एक है। गोदान में बताया गया है कि गांव के लोग कैसे जीवन जीते हैं और अपनी और अपने परिवार की इच्छा को पूरा करने के लिए कितने संघर्ष करते हैं। कहानी हीरो महतो और उसके परिवार की गाय खरीदने की इच्छा के इर्द-गिर्द घूमती है।

4.मैला आंचल 

जब हिंदी साहित्य के सबसे महत्वपूर्ण उपन्यासों का नाम लिया जाता है तो मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित गोदान और फणीश्वर नाथ 'रेणु' द्वारा लिखित मैला आंचल का नाम लेना कोई नहीं भूलता। मैला आंचल को फणीश्वर नाथ 'रेणु' ने सन् 1954 में लिखा था। मैला आंचल हिंदी साहित्य का प्रथम आंचलिक उपन्यास है। मैला आंचल कहानी है डॉक्टर प्रशांत बैनर्जी की जो एक प्रतिष्ठित कॉलेज से पढ़ने के बावजूद भी मेरीगंज नामक गांव में शोध करने के लिए जाते हैं। डॉक्टर प्रशांत बैनर्जी को ग्रामीण जीवन की अनेक समस्याओं जैसे अंधविश्वास, पिछड़ापन, अज्ञानता, जातिवाद, समाजवाद का सामना करना पड़ता है।

आपको हिंदी साहित्य की कुछ और महत्वपूर्ण किताबें जैसे धर्मवीर भारती द्वारा लिखित गुनाहों का देवता, श्री लाल शुक्ल द्वारा लिखित उपन्यास राग दरबारी, मन्नू भंडारी द्वारा लिखित आपका बंटी, मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित गोदान और गंबन, भीष्म साहनी द्वारा लिखित तमस, राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित वोल्गा से गंगा, हरिवंश राय बच्चन द्वारा लिखित मधुशाला और महादेवी वर्मा द्वारा लिखित यम आदि जरूर पढ़नी चाहिए।